एनजीटी ने नाले को लेकर सरकार से जवाब मांगा
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने उत्तर-पूर्व दिल्ली स्थित एक रिहायशी कॉलोनी के नाले की हालत पर चिंता जताई है। नाला कूड़े और ठोस कचरे से भरा पड़ा है। अधिकरण ने मसले पर दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है।...
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने उत्तर-पूर्व दिल्ली स्थित एक रिहायशी कॉलोनी के नाले की हालत पर चिंता जताई है। नाला कूड़े और ठोस कचरे से भरा पड़ा है। अधिकरण ने मसले पर दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है। एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंतर कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने ‘आप सरकार, पूर्वी दिल्ली नगर निगम और लोक निर्माण विभाग को नोटिस जारी कर 11 जुलाई से पहले उसका जवाब मांगा है। साथ ही अधिकारियों से पूछा है कि आदेशों का उल्लंघन करने पर क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। पूर्वी दिल्ली निगम की ओर से पेश वकील बालेंदु शेखर ने कहा कि यूं तो यह इलाका निगम के क्षेत्र में पड़ता है, लेकिन नालों की सफाई की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की है। एनजीटी ने मीडिया की एक रिपोर्ट और उसमें दिखाई गई तस्वीर पर संज्ञान लेने के बाद यह आदेश दिया। इन तस्वीरों में दिखाया गया था कि सीलमपुर इलाके में एक रिहायशी कॉलोनी के पास का नाला कचरे से भरा हुआ है। एनजीटी ने पहले कहा था कि ठोस कचरा देश, खासकर दिल्ली में सबसे गंभीर प्रदूषकों में से एक है। एनजीटी ने सार्वजनिक स्थलों पर कचरा फेंकते पाए जाने पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाने की घोषणा की थी।