नेपाल की कमान सुशीला कार्की ने संभाली
नेपाल में चार दिनों की राजनीतिक अनिश्चितता के बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उन्हें शपथ दिलाई। कार्की का...

काठमांडू, एजेंसी। नेपाल में चार दिनों से जारी राजनीतिक अनिश्चितता का शुक्रवार को अंत हो गया। देश की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की ने नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। 73 वर्षीय कार्की को अंतरिम सरकार की बागडोर सौंपी गई है। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति राम सहाय यादव और मुख्य न्यायाधीश प्रकाश मान सिंह रावत भी मौजूद थे। राष्ट्रपति पौडेल ने कहा कि नई अंतरिम सरकार का प्रमुख दायित्व छह माह के भीतर आम चुनाव कराना होगा। सुशीला कार्की का नाम राष्ट्रपति, सेना प्रमुख और भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जेन-जी समूह के प्रतिनिधियों के बीच हुई सहमति के बाद तय हुआ।
इसके लिए राष्ट्रपति ने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों, कानूनी विशेषज्ञों और सिविल सोसाइटी से भी अलग-अलग परामर्श किया। सूत्रों के अनुसार, कार्की एक छोटा मंत्रिमंडल गठित करेंगी। मंत्रिमंडल की पहली बैठक में संसद भंग करने की सिफारिश राष्ट्रपति को भेजे जाने की संभावना है। प्रोफाइल:::: कौन हैं सुशीला कार्की नेपाल में युवाओं के विद्रोह के बाद अंतरिम प्रधानमंत्री बनीं पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को काशी से राजनीति की दीक्षा मिली। कार्की बीएचयू की छात्रा रही हैं और 1975 में उन्होंने यहां से राजनीति विज्ञान में एमए की डिग्री ली। विराटनगर से स्नातक की पढ़ाई के बाद कार्की बीएचयू आई थीं। 52 साल पहले कार्की के पति दुर्गा प्रसाद सुबेदी ने नेपाल में लोकतंत्र बहाली के लिए एक विमान को हाइजैक किया था। पहचान : नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश जन्म : 1952, बिराटनगर, नेपाल शिक्षा : राजनीति विज्ञान में स्नातक, कानून की पढ़ाई करियर : वकालत से शुरुआत की। अप्रैल 2016 में नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनीं। 2017 में रिटायर हुईं।
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