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बच्चों को संगीत सिखाने स्कूलों तक पहुंचेगी म्युजिक बस

- सरकारी स्कूलों के साथ कम आय वाले 5000 बच्चों तक पहुंचेगी बस -

बच्चों को संगीत सिखाने स्कूलों तक पहुंचेगी म्युजिक बस
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 18 Sep 2021 07:50 PM
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- सरकारी स्कूलों के साथ कम आय वाले 5000 बच्चों तक पहुंचेगी बस

- उद्देश्य बच्चों के कलात्मक रुचि और प्रतिभा को बढ़ावा देना है

नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता

सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के कलात्मक रुचि और प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार ने म्युजिक बस लॉन्च किया है। बच्चों को संगीत सीखने किसी केंद्र में नहीं जाना होगा, बल्कि ये बस स्कूलों तक पहुंचेगी।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को भारत के पहले मोबाइल म्यूजिक क्लास रूम और रिकॉर्डिंग स्टूडियो के रूप में एक अनूठा प्रोजेक्ट ‘मोबाइल म्यूजिक बस की शुरुआत की। इस अवसर पर सिसोदिया ने कहा कि बच्चों को संगीत सीखने के लिए अब बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी बल्कि संगीत खुद उनके पास पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि म्युजिक बस समाज में बच्चों तक जाकर उनके कलात्मक रुचि और प्रतिभा को खोजेगा व उसकी बुनियाद रखेगा। उसके बाद उन बच्चों की इस रुचि को आगे बढ़ाने का काम स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस में किया जाएगा, ताकि बच्चे अपनी रुचि संगीत के प्रति जुनून से सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकें।

उन्होंने कहा कि हर परिवार चाहता है कि उनके बच्चे में कोई कला हो, लेकिन जब बच्चा उस कला को अपना जुनून बनाना चाहता है तो उसे नसीहत मिलती है की पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दो। बच्चों के इसी जुनून को पूरा करने के लिए सरकार ने स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की शुरुआत की ताकि छोटी उम्र से ही वे अपनी रुचियों पर ध्यान दे सकें। स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस का परफार्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स डोमेन ये सुनिश्चित करेगा और संदेश देगा कि कलाकारों की आर्ट ही उनकी पढ़ाई है। अब तक केवल विज्ञान को ही विशेष शिक्षा का विषय माना जाता था लेकिन, स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एजुकेशन इस धारणा को बदलेगा। जहां बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हम बच्चों की प्रतिभा को निखार कर देश व समाज के सामने नहीं ला पा रहे हैं तो ये कमी बच्चों की नहीं बल्कि व्यवस्था की है। स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एजुकेशन इस कमी को दूर करने काम करेगा।

इस प्रोजेक्ट के तहत एक बस को चलते फिरते म्यूजिक क्लास, एक उच्च गुणवत्ता वाला म्यूजिक रिकॉर्डिंग स्टूडियो और परफार्मिंग स्टेज में तब्दील किया गया है। ये मोबाइल म्युजिक बस सरकारी स्कूलों के साथ-साथ लो-इनकम ग्रुप के 5000 बच्चों तक पहुंचेगी और इन बच्चों को प्रशिक्षित कर कार्यशाला और अन्य क्रिया-कलापों से जोड़ा जाएगा जिससे उनको संगीत सीखने में मदद मिले। ये म्युजिक बस स्टूडियो एक स्मार्ट टीवी से भी लैस है, जिसका उपयोग सोशल-इमोशनल हेल्थ एंड वेल-बींग से संबंधित मुद्दों पर डिजिटल एजुकेशनल म्युजिक वीडियो साझा करने के लिए किया जाएगा। स्टूडियो बिजली के बिना भी कम से कम आठ घंटे तक बिना रुके चलने के लिए पर्याप्त पावर बैकअप से लैस है। इसका उद्देश्य बच्चों को म्युजिक के माध्यम से अपनी क्षमता को पहचानने में मदद करना है।

म्युजिक बस प्रोजेक्ट में सप्ताह में एक बार म्युजिक वर्कशॉप, सभी बच्चों के सोशल और इमोशनल हेल्थ की बेहतरी के लिए मासिक हैप्पी सर्किल का आयोजन होगा साथ ही मंच प्रस्तुति के लिए अवसर मिलेगा। इस प्रोजेक्ट का मकसद कम आय वर्ग के बच्चों को ऑडियो प्रोडक्शन, ग्राफिक डिजाइनिंग और फिल्म निर्माण जैसे मीडिया करिकुलम के द्वारा प्रशिक्षण देना है, ताकि उन्हें इन क्षेत्रों में करियर बनाने में मदद मिल सके।

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