दिल्ली छोड़कर:::अपडेट-1:::सिंघु बॉर्डर पैकेज::: तीन आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेजा
हरियाणा पुलिस ने दो विशेष जांच टीमें गठित की हैं अब तक इस मामले
हरियाणा पुलिस ने दो विशेष जांच टीमें गठित की हैं
अब तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है
चंडीगढ़। एजेंसी
सिंघु बॉर्डर के पास किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक मजदूर की पीट-पीट कर हत्या करने में कथित तौर पर संलिप्त रहे तीन लोगों को सोनीपत की एक अदालत ने रविवार को छह दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। वहीं, हरियाणा पुलिस ने घटना की जांच के लिए दो विशेष जांच टीमें (एसआइटी) गठित की हैं।
इस नृशंस हत्या के सिलसिले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सिख निहंग संप्रदाय के एक मुख्य सदस्य नारायण सिंह को शनिवार को अमृतसर के पास से गिरफ्तार किया गया था। वहीं, घटना के सिलसिले में फतेहगढ़ साहिब के दो निहंगों, गोविंदप्रीत सिंह और भगवंत सिंह ने उसी दिन सोनीपत पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। तीनों सिख निहंगों को सोनीपत में एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें छह दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुलिस ने इस आधार पर आरोपियों को रिमांड में देने की मांग की थी कि उसे वारदात स्थल पर हुए घटनाक्रम की तह में जाना है। घटना के समय आरोपियों द्वारा पहने गए कपड़ों को बरामद करना है। पूरे प्रकरण के बारे में उनसे गहराई से पूछताछ करनी है।
मयंक गुप्ता कर रहे हैं एसआईटी का नेतृत्व
एक एसआईटी का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी मयंक गुप्ता कर रहे हैं। वह खरखोदा, सोनीपत के सहायक पुलिस अधीक्षक हैं। वह विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर वायरल हुए घटना के वीडियो की जांच करेंगे। जबकि सोनीपत के पुलिस उपाधीक्षक वीरेंदर सिंह घटना की संपूर्ण जांच करेंगे।
प्रदर्शन स्थल के पास मिला था शव
उल्लेखनीय है मजदूर लखबीर सिंह का शव शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक बैरीकेड से बंधा पाया गया था। वहां केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी डेरा डाले हुए हैं। सिंह का एक हाथ काट कर अलग कर दिया गया था। उसके शरीर पर धारदार हथियारों के वार से बने कई जख्मों के निशान थे। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो क्लिप में, कुछ निहंगों को घायल व्यक्ति के इर्दगिर्द खड़े देखा गया। वे लोग सिंह पर एक पवित्र धर्म ग्रंथ की बेअदबी का आरोप लगा रहे थे।
परिजनों ने की थी उच्चस्तरीय जांच की मांग
मृतक के परिवार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की थी। पंजाब के तरन तारन में सिंह के पैतृक गांव में उनकी अंत्येष्टि शनिवार शाम कड़ी सुरक्षा के बीच उसके परिवार के सदस्यों की मौजूदगी के बीच की गई थी।
सबसे पहले सरबजीत सिंह को किया गिरफ्तार
सरबजीत सिंह, पहला व्यक्ति था जिसे लखबीर सिंह की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। उसे शनिवार को सोनीपत की अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने उसे सात दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था। पुलिस के मुताबिक, इसके कुछ ही घंटों बाद नारायण सिंह को अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने अमृतसर जिले के अमरकोट गांव से गिरफ्तार किया था। उसे रविवार सुबह हरियाणा पुलिस सोनीपत लेकर आई।