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खुलासा : केंद्रीय विद्यालय में फर्जी सिफारिशी पत्र से दाखिले, पुलिस की दो टीम जांच में जुटी

वीआईपी इलाके गोल मार्केट स्थित केंद्रीय विद्यालय में फर्जी दाखिलों का मामला सामने आया है। ये दाखिले मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) के नकली सिफारिशी पत्रों के जरिये लिए गए। स्कूल की प्रिंसिपल की...

खुलासा : केंद्रीय विद्यालय में फर्जी सिफारिशी पत्र से दाखिले, पुलिस की दो टीम जांच में जुटी
रमेश त्रिपाठी,नई दिल्लीMon, 12 Aug 2019 05:51 AM
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वीआईपी इलाके गोल मार्केट स्थित केंद्रीय विद्यालय में फर्जी दाखिलों का मामला सामने आया है। ये दाखिले मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) के नकली सिफारिशी पत्रों के जरिये लिए गए। स्कूल की प्रिंसिपल की शिकायत पर शुक्रवार को नॉर्थ एवेन्यू थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

एक के बाद एक पांच पत्र आए तो खुला भेद : एचआरडी की अनुशंसा के बाद केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने गोल मार्केट स्कूल को तीन बच्चों के दाखिले के आदेश दिए थे। स्कूल ने तुरंत आदेश का पालन करते हुए दाखिले दे भी दिए। इसी बीच दो और बच्चों के दाखिले के इसी तरह के पत्र स्कूल को प्राप्त हुए तो प्रक्रिया से जुड़े शिक्षक को शक हुआ। इन सभी में पूरी तरह से समानता थी। इस पर शिक्षक ने विभागीय स्तर पर दस्तावेजों की जांच कराई तो मामले का खुलासा हो गया। शिक्षक ने इसकी जानकारी तुरंत प्रिंसिपल को दी। प्रिंसिपल ने केवीएस के जोनल दफ्तर में पांचों छात्रों से जुड़ी जानकारी देकर पूछा कि क्या वहां से इनके दाखिले के आदेश हुए हैं, तो पता चला कि ऐसी कोई अनुशंसा नहीं की गई। छात्रों के अभिभावकों ने फर्जी सिफारिशी पत्र जमा कराए थे। इसके बाद शिकायत पुलिस को दी गई।

अभिभावक फरार हुए : मामला दर्ज होते ही फर्जी दस्तावेज जमा कराने वाले छात्रों के परिजन भूमिगत हो गए हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

कहीं बड़ा रैकेट तो नहीं : पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिरकार इस फर्जीवाड़े में पांच छात्रों के अभिभावक ही शामिल हैं या फिर दस्तोवेज तैयार करने में कुछ और लोगों का हाथ है। बहरहाल पुलिस की दो टीमों को इस गड़बडझाले की जांच में लगाया गया है।

पहली और दूसरी कक्षा के हैं छात्र : पुलिस ने बताया कि फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल किए जाने वाले छात्रों में से तीन पहली कक्षा के हैं, जबकि दो दूसरी कक्षा के हैं। इनमें से तीन बाड़ा हिंदू राव इलाके के रहने वाले हैं, जबकि दो सब्जी मंडी इलाके के हैं। एक ही साथ पांच-पांच लोगों के एक ही संसदीय   क्षेत्र से मंत्रालय कोटे का पत्र आने पर ही दाखिले से जुड़े शिक्षक को शक हुआ था। 

* 5 लोगों की एक ही संसदीय क्षेत्र से सिफारिश आने पर शक हुआ।
* 3 बच्चों के दाखिले के लिए पहले फिर दो बच्चों के लिए पत्र आया।

केवी की प्रवेश प्रक्रिया
सांसद का कोटा: लोकसभा और राज्यसभा का एक सांसद अपने कोटे से केंद्रीय विद्यालयों में 10 दाखिले करा सकता है।
एचआरडी की सिफारिश: इसके अलावा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की सिफारिश पर भी इन स्कूलों में दाखिले दिए जाते हैं।

दाखिले के लिए पहले भी फर्जीवाड़ा
08 अप्रैल, 2018 : अपने बेटे को फर्जी दस्तावेजों के जरिये संस्कृति स्कूल में ईडब्लूएस कैटेगरी में एडमिशन दिलाने के आरोप में दिल्ली का एक बड़ा कारोबारी गिरफ्तार।
16 जून, 2015 : निजी स्कूलों में फर्जी दस्तावेज के आधार पर ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत दाखिला दिलाने वाले गिरोह के चार सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार।

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