चलते-चलते - समुद्र की गैस से बनेगी प्लास्टिक
चीन के वैज्ञानिकों ने समुद्र से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड को पकड़कर एक नया बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक बनाने की तकनीक विकसित की है। यह प्लास्टिक प्राकृतिक रूप से गल जाता है और पर्यावरण को नुकसान नहीं...

शेन्जेन, एजेंसी। फैक्ट्री, गाड़ियों और मशीनों से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड (गैस) धरती गर्म कर रही है। अच्छी बात यह है कि समुद्र इस गैस को सोख लेता है, जिससे हमारी हवा थोड़ी साफ रहती है। लेकिन अगर समुद्र बहुत ज्यादा गैस सोख ले, तो उसका पानी खराब हो जाता है। इससे मछलियों और समुद्री जीवों को परेशानी होती है। चीनी विज्ञान अकादमी और इलेक्ट्रॉनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक नई तकनीक विकसित की है। इससे वे समुद्र से निकली गैस को पकड़कर उससे एक खास प्लास्टिक बना रहे हैं। यह प्लास्टिक प्रकृति में घुल जाता है और कूड़े की तरह नुकसान नहीं करता।
पहले वैज्ञानिक एक मशीन से गैस को फॉर्मिक एसिड में बदलते हैं। फिर कुछ बैक्टीरिया इसे सक्सीनिक एसिड में बदल देते हैं। इससे बनता है बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक, जो जल्दी गल जाता है।इस प्लास्टिक को बनाने में कम बिजली लगती है और यह तरीका महंगा भी नहीं है। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस तकनीक से दवाइयां, ईंधन और खाना भी बनाया जा सकता है। यह खोज हमें प्रदूषण कम करने और धरती को सुरक्षित रखने में मदद कर सकती है।
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