Indian SIM Cards Linked to Terrorist Group Jaish-e-Mohammed in Pakistan आईएसआई के जासूस ने पाक भेजे थे 11 सिम कार्ड, Delhi Hindi News - Hindustan
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आईएसआई के जासूस ने पाक भेजे थे 11 सिम कार्ड

खुलासा : ऑपरेशन सिंदूर के वक्त आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ बहावलपुर और लाहौर में 11 भारतीय सिम कार्ड एक्टिव थे। इन भारतीय नंबरों पर व्हाट्सऐप ग्र

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 10 Sep 2025 07:57 PM
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आईएसआई के जासूस ने पाक भेजे थे 11 सिम कार्ड

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। ऑपरेशन सिंदूर के वक्त आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ बहावलपुर और लाहौर में 11 भारतीय सिम कार्ड एक्टिव थे। इन भारतीय नंबरों पर व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी जुटाने की कोशिश की गई थी। यह खुलासा आईएसआई जासूसी मॉड्यूल के नेपाली नागारिक को गिरफ्तार करने वाली स्पेशल सेल ने किया है। दरअसल, जासूसी के आरोप में स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े नेपाल के बीरगंज निवासी 43 वर्षीय प्रभात कुमार चौरसिया ने अपने आधार कार्ड के जरिये बिहार और महाराष्ट्र में 16 सिम कार्ड खरीदे थे। इनमें से 11 सिम कार्ड पाकिस्तान के लाहौर और बहावलपुर में आईएसआई एजेंट्स को भेजे गए थे।

सूत्रों के मुताबिक, अब तक की जांच के आधार पर चौरसिया पर यह आरोप है कि वह भारतीय सिम कार्ड नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भेज रहा था, जिन्हें जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ बहावलपुर और लाहौर में व्हाट्सऐप पर एक्टिव किया गया था। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से हुई बरामदगी में कई डिजिटल डिवाइस और सिम कार्ड्स के खाली पैकेट मिले थे। पूछताछ में पता चला कि आरोपी प्रभात 2024 में आईएसआई एजेंट्स के संपर्क में आया था। आईएसआई एजेंट ने प्रभात को अमेरिका का वीजा दिलाने का लालच दिया था और इसके बदले में उससे भारतीय सिम कार्ड्स व रक्षा से जुड़ी जानकारियां देने को कहा था। आईएसआई एजेंट के नेपाल में होने की सूचना सूत्रों के मुताबिक आईएसआई हैंडलर के भी नेपाल में होने की खबर है। हालांकि, जांच एजेंसियां इस मॉड्यूल से जुड़े लोगों के नेटवर्क की जांच का हवाला देते हुए इस बारे में कोई खुलासा नहीं कर रही हैं। एजेंसियों का कहना है कि मॉड्यूल से जुड़े अभी कई संदिग्ध उनकी राडार पर हैं। जासूसी के आरोपी में पुलिस के हत्थे चढ़े प्रभात का जन्म 1982 में नेपाल में हुआ था। उसने शुरुआती पढ़ाई नेपाल व बिहार के मोतिहारी से की थी। बाद में इसने फार्मा सेक्टर में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और एरिया मैनेजर की नौकरी की। लॉजिस्टिक्स कंपनी बंद होने के बाद करना लगा जासूसी प्रभात ने नौकरी के दौरान वर्ष-2017 में काठमांडू में लॉजिस्टिक्स कंपनी शुरू की, लेकिन घाटे के कारण कंपनी बंद हो गई। इसके बाद विदेश जाने की चाह में वह आईएसआई के इशारे पर काम करने लगा। आरोपी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यमुनापार इलाके में लक्ष्मी नगर स्थित विजय ब्लॉक से गिरफ्तार किया है।

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