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मरम्मत सूचकांक बताएगा नया मोबाइल खरीदें या नहीं

भारत सरकार मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए मरम्मत सूचकांक बनाने की योजना बना रही है। इस सूचकांक से उपभोक्ताओं को उत्पादों की मरम्मत की आसानी का पता चलेगा। इसका उद्देश्य ई-कचरे की समस्या को दूर...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 29 Aug 2024 01:43 PM
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शोल्डर:: कल-पुर्जों और मरम्मत के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, ई-कचरे की समस्या दूर होगी नई दिल्ली, एजेंसी। अगर आपको पता रहे कि जो मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद आप खरीदने जा रहे हैं इसकी मरम्मत की सुविधा क्या होगी तो आपका खरीदारी का फैसला लेना आसान हो जाएगा। भारत सरकार ई-कचरे की बढ़ती समस्या से निपटने और निर्माताओं को आसानी से मरम्मत योग्य वस्तुओं का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए मरम्मत सूचकांक बनाने की योजना बना रही है।

मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में मरम्मत के अधिकार पर राष्ट्रीय कार्यशाला में उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा, यह सूचकांक उपभोक्ताओं को यह बताने के लिए प्रमुख मापदंडों पर स्कोर प्रदान करेगा कि किसी उत्पाद की मरम्मत कितनी आसानी से की जा सकती है। कार्यशाला का उद्देश्य मरम्मत सुधार सूचकांक तैयार करने, उत्पाद डिजाइन में उत्पाद की कार्य अवधि बढ़ाने तथा मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के पुन:उपयोग को बढ़ाने के लिए प्रमुख मानकों पर उद्योग के हितधारकों के बीच आम सहमति स्थापित करना था।

उत्पाद लंबे समय के लिए डिजाइन हों

सरकार का प्राथमिक लक्ष्य मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की मरम्मत और पुन:उपयोग में वर्तमान चुनौतियों का समाधान करना था। ये उत्पाद लंबे समय तक चलने के लिए डिजाइन किए जाएं ताकि उपभोक्ता मरम्मत विकल्पों की कमी या अत्यधिक मरम्मत लागत के कारण नए उत्पादों को खरीदने के लिए बाध्य न हों।

नकली कल-पुर्जों के भरोसे मरम्मत का कारोबार

उपभोक्ता कार्य विभाग की सचिव निधि खरे ने कहा कि निर्माताओं द्वारा मरम्मत के लिए कल-पुर्जों की उपलब्धता की कमी उपभोक्ताओं को नकली स्पेयर पार्ट लेने के लिए मजबूर करती है। इसके अतिरिक्त मरम्मत की अत्यधिक ऊंची लागत पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि मरम्मत सुधार सूचकांक, आत्मनिर्भर भारत के माध्यम से रोजगार सृजन होगा और भारत को एक वैश्विक मरम्मत केंद्र बनाने में मदद मिल सकती है।

मरम्मत का अधिकार पोर्टल पहले ही जारी

विभाग ने पहले ही मरम्मत का अधिकार पोर्टल इंडिया लॉन्च कर दिया है। अब तक कुल 63 से ज्यादा कंपनियां पोर्टल पर हैं, जिनमें मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की 23 कंपनियां शामिल हैं। ये सभी मरम्मत, अधिकृत मरम्मतकर्ताओं, स्पेयर पार्ट्स के स्रोतों, तीसरे पक्ष के मरम्मतकर्ताओं के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं।

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