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आईआईटी दिल्ली में दाखिला लेने वाली छात्राओं की संख्या 30 फीसदी बढ़ी

आईआईटी दिल्ली में इस वर्ष दाखिले लेने वाली छात्राओं की संख्या में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है। संस्थान ने यह आंकड़े तीसरे दौर की काउंसलिंग के बाद जारी किए हैं। यहां काउंसलिंग के कुल सात दौर होने हैं।...

आईआईटी दिल्ली में दाखिला लेने वाली छात्राओं की संख्या 30 फीसदी बढ़ी
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 15 Jul 2017 11:32 PM
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आईआईटी दिल्ली में इस वर्ष दाखिले लेने वाली छात्राओं की संख्या में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है। संस्थान ने यह आंकड़े तीसरे दौर की काउंसलिंग के बाद जारी किए हैं। यहां काउंसलिंग के कुल सात दौर होने हैं। अंतिम राउंड 22 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। जेईई एडवांस के अध्यक्ष एके नेमा का कहना है कि 2016 में 70 छात्राओं ने आईआईटी दिल्ली में दाखिला लिया था। इस वर्ष तीसरे राउंड के बाद अब तक 93 छात्राएं यहां प्रवेश ले चुकी हैं। हालांकि, संस्थान में छात्राओं का दाखिला ओवरऑल दाखिले की तुलना में कम है। बेहतर जागरूकता और कई नई पहल के कारण हाल के वर्षों में इस आंकड़े में काफी वृद्धि हुई है। आईआईटी दिल्ली में एक अध्ययन से पता चला है कि बीटेक छात्राओं ने जेईई में कम रैंक आने के बावजूद ग्रेड के मामले में छात्रों को को मात दी है। उन्होंने कहा कि हम छात्रों की जरूरतों को पूरा करने वाले परिसर में समग्र परिवेश में सुधार करने के लिए कई नए उपायों को शामिल करने की योजना भी बना रहे हैं। प्रवेश समिति ने लड़कियों को आरक्षण की सिफारिश की थी आईआईटी की प्रवेश समिति ने हाल ही में लड़कियों के लिए अतिरिक्त सीटों को मंजूरी देने की सिफारिश की थी। यह कदम इन संस्थानों में असंतुलित लिंगानुपात की वजह से लिया गया है। ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया कि जब तक महिला छात्रों की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत नहीं हो जाती तब तक महिलाओं के लिए उच्चतम सीटों का कोटा हर साल बढ़ाया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी के मुताबिक ये सीटें उन महिला उम्मीदवारों से भरी जाएंगी जिन्होंने जेईई-एडवांस की परीक्षा पास की हो और अपनी संबंधित बोर्ड परीक्षाओं में शीर्ष 20 फीसदी परीक्षार्थी में शामिल हों। साल 2014 में अलग-अगल आईआईटी में दाखिला लेने वाले छात्रों में सिर्फ 8.8 फीसदी महिलाएं थीं। साल 2016 में यह हिस्सादारी गिरकर सिर्फ 8 फीसदी रह गई

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