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सर्वेश की बॉम्बे आईआईटी से पढ़ने की इच्छा

जेईई एडवांस्ड में टॉप करने वाले चंडीगढ़ के सर्वेश मेहतानी की इच्छा आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने की है। उन्होंने अपने इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर तैयारी की थी। इंफोसिस के संस्थापक...

सर्वेश की बॉम्बे आईआईटी से पढ़ने की इच्छा
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 12 Jun 2017 11:55 AM
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जेईई एडवांस्ड में टॉप करने वाले चंडीगढ़ के सर्वेश मेहतानी की इच्छा आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने की है। उन्होंने अपने इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर तैयारी की थी। इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति को अपना आदर्श मानने वाले सर्वेश ने रोजाना सात से आठ घंटे पढ़ाई करते थे। उन्होंने 366 में से 399 अंक हासिल किए। उन्हें गणित में 120, भौतिकी में 104 और रसायन विज्ञान में 115 अंक मिले। सर्वेश ने 12वीं में भी 95.4 फीसदी अंक हासिल किए थे। पंचकुला के भवन विद्यालय स्कूल के छात्र सर्वेश के पिता परवेश आयकर अधिकारी हैं और चंडीगढ़ में तैनात हैं। उन्होंने बताया कि सर्वेश स्मार्टफोन की जगह सामान्य फोन का इस्तेमाल करता था, वह भी केवल बात करने के लिए। हरियाणा सरकार के आईटीआई विभाग में कार्यरत मां राज बाला ने कहा कि उनके बेटे ने पढ़ाई को कभी बोझ नहीं समझा और सोने से पहले वह कक्षा में पढ़ाई गई चीजों को जरूर दोबारा पढ़ता था। हरियाणा के हिसार से जुड़े सर्वेश के माता पिता ने कहा कि उनकी जिंदगी का यह सबसे खुशनुमा दिन है। कोई भी रविवार इससे बेहतरीन नहीं रहा। सर्वेश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों को भी दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने उन्हें एनसीईआरटी की पुस्तकों को पढ़ने और समस्याओं को दूर करने में मदद की। जेईई के ज्यादातर सवाल एलसीईआरटी की किताबों पर आधारित होते हैं। सर्वेश ने कहा कि मनोबल कम होने पर भी उसने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी। परिश्रम ही सफलता की कड़ी है। जब कभी भी किसी विषय में कोई दिक्कत होती थी तो सबसे पहले उसे पूछता था और इसे दूसरे दिन पर टालता नहीं था।

डोरेमन देखकर तनाव भगाया

पढ़ाई के दौरान तनाव को कम करने के लिए सर्वेश ने डोरेमन मैजिक का सहारा लिया। उन्होंने बताया कि तनाव से बचने के लिए वह टीवी पर डोरेमन एनीमेशन फिल्म देखते थे। उन्होंने व्हाट्सएप तथा अन्य सोशल मीडिया से दूर बनाए रखी थी।

टॉप 100 में कोटा के 30 छात्र

टॉप 100 में 30 छात्र राजस्थान के कोटा के हैं। कोटा के सूरज पांचवें और सौरभ यादव ने 6वीं रैंक हासिल की। इसके अलावा आठवें स्थान पर ओंंकारनाथ माणिक देशबंधु, 9वें नंबर पर रचित बंसल और लक्ष्य शर्मा ने 10वां स्थान हासिल किया। कल्पित एससी श्रेणी में टॉपर राजस्थान के उदयपुर के कल्पित वीरवाल की ऑल इंडिया रैंकिंग 109वीं है। हालांकि वह एससी श्रेणी में शीर्ष स्थान पर रहे। कल्पित ने जेईई मुख्य परीक्षा में ऑल इंडिया पहली रैंक हासिल की थी। देबादित्य प्रमाणिक पूर्वी क्षेत्र के टॉपर कोलकाता, बिरला हाईस्कूल के देबादित्य प्रमाणिक को पूर्वी क्षेत्र का टॉपर घोषित किया गया है। उसकी ऑल इंडिया रैंकिंग 38 है।

सुपर 30 के सभी छात्र पास

बिहार के आनंद कुमार के सुपर 30 के सभी छात्रों ने सफलता हासिल की है। आनंद ने इस शानदार परिणाम पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इन छात्रों ने साबित कर दिया कि अगर उन्हें मौका दिया जाए तो वे कुछ भी कर सकते हैं। 15 साल में सुपर 30 के 396 बच्चों ने आईआईटी परीक्षा में सफलता हासिल की है।

18 बोनस अंक मिले

आईआईटी मद्रास ने एडवांस की संशोधित आंसर की जारी करते हुए पेपर 1 के दो सवालों पर सात बोनस अंक और दिए। इस तरह कुल बोनस अंक 18 तक पहुंच गए। संशोधित आंसर की के अनुसार पेपर 1 के कोड एक के सवाल नंबर 29 में प्रिंटिंग की गलती मानते हुए 3 नंबर दिए गए। गणित के सवाल में भी बोनस के चार अंक दिए गए। पहली आंसर की में आईआईटी ने तीन सवालों पर शक जताते हुए 11 बोनस अंक दिए थे। दो दो सवालों के चार चार और एक सवाल के तीन अंक दिए थे।

अंडे बेचने वाले का बेटा भी आईआईटी में पढ़ेगा

नालंदा के हिलसा के कराय परशुराय निवासी अरबाज आलम ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा में ओबीसी कोटे से 67वीं रैंक हासिल की है। अरबाज के पिता अंडे बेचने का काम करते हैं। उनका कहना है कि वह ज्यादा नहीं पढ़ सकें लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते थे। उनके बेटे को सुपर 30 के आनंद सर ने यहां तक पहुंचाया। समोसा विक्रेता का बेटा भी पास हैदराबाद के वी मोहन अभ्यास ने 64वीं रैंक लाकर मिसाल कायम की है। मोहन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता, शिक्षकों और कठिन परीश्रम को दिया। मोहन के पिता समोसा बेचते हैं और उनकी छोटी सी दुकान है। मोहन ने हैदराबाद में ही एक निजी संस्थान से इंजीनियरिंग की कोचिंग की है।

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