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ऐसा क्या : कान में छेद कराने से बढ़ सकता है हेपेटाइटिस का खतरा

सस्ते में टैटू कराने से आपको हेपेटाइटिस सी का खतरा हो सकता है, कई बार टैटू लोग सस्ते में कराने के चक्कर में इस बात का ध्यान नहीं करते हैं कि टैटू में किस तरह की सुई का उपयोग हो रहा है। युवाओं में...

ऐसा क्या : कान में छेद कराने से बढ़ सकता है हेपेटाइटिस का खतरा
कृष्ण कुमार,नई दिल्ली Fri, 28 Jul 2017 09:49 AM
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सस्ते में टैटू कराने से आपको हेपेटाइटिस सी का खतरा हो सकता है, कई बार टैटू लोग सस्ते में कराने के चक्कर में इस बात का ध्यान नहीं करते हैं कि टैटू में किस तरह की सुई का उपयोग हो रहा है। युवाओं में टैटू, पियर्सिंग कराने से सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। 
गंगाराम हॉस्पिटल में इंस्टीटयूट ऑफ लिवर के चेयरमैन और गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी के विशेषज्ञ डॉ. अनिल अरोड़ा ने बताया कि टैटू, एक्यूपंक्चर कराने के लिए जो सुई प्रयुक्त होती है। वह लोग दोबारा प्रयोग कर लेते हैं। कई बार लोग सस्ते में कराने के चक्कर में इस बात का बात का ध्यान ही नहीं रखते कि जो सुई वह प्रयोग कर रहे हैं, क्या वह पहले प्रयुक्त हुई है या नहीं। कुछ मामलों में तो यह सुई कबाड़ में फेंकने के बाद भी यह प्रयोग में आ जाती है। यदि उस इंक को दोबारा प्रयुक्त किया तो यह भी हेपेटाइटिस सी का वायरस ला सकता है। 

कान में छेद कराते समय भी रखें ध्यान
उन्होंने बताया कि जो लोग कान में छेद कराते हैं तो उन्हें बेहद सावधान रहने की जरूरत है। लोग कान में छेद भी कहीं भी करा लेते हैं, इससे भी हेपेटाइटिस सी होने की संभावना होती है। ऐसे में जिस भी सुई का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे अपने सामने ही नष्ट करवाना चाहिए। डॉ. अरोड़ा ने इस मामले में हाल में हुए शोध का हवाला दिया। उन्होंने बताया कि हाल में सामने आया कि भारत में उत्तराखंड में रूद्रपुर, किच्छा, हल्द्वानी और हरियाणा में हिसार, करनाल, सिरसा के इलाको में हेपेटाइटिस सी होने के मामले सामने आये हैं। पूरे देश में जहां .9 फीसदी लोगों को हेपटाइटिस सी होता है, वहीं इन इलाकों में यह आंकड़ा 18 से 20 फीसदी के बीच है। 

इन बातों का रखें ध्यान 

  • आपका लिवर का तंदरुस्त होना बेहद आवश्यक है। पीलिया का एक प्रमुख कारण हैपेटाइटिस ए है। ऐसे में गर्म, ऑयली,मसालेदार, नॉनवेज और हैवी फूड से परहेज करें।
  • रिफाइंड आटा, पोलिश किए हुए सफेद चावल, डिब्बाबंद और संरक्षित खाद्य पदार्थ, केक, पेस्ट्रीज, चॉक्लेट्स, एल्कोहोलिक पेय पदार्थ और ऐरेटिड पेय से दूरी बनाएं।
  • इनके स्थान पर शाकाहारी आहार, पूर्ण गेंहू का आटा, ब्राउन या फिर पार्बोइल्ड चावल, हरी पत्तेदार सब्जियां, पपीता, खीरा, सलाद, नारियल पानी, टमाटर खाएं।
  • अनावश्यक एक्सरसाइज और चिंता या फिर गुस्सा जैसी तनावपूर्ण स्थितियों से बचने का प्रयास करें। संभव हो धूप में या बॉयलर और भट्ठियों के आस पास कार्य ना करें 
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