Hindi NewsNcr NewsDelhi NewsGood news Eye cancer will be cured without surgery vision will also be preserved
अच्छी खबर : बिना सर्जरी आंखों के कैंसर का इलाज होगा, रोशनी भी सुरक्षित रहेगी

अच्छी खबर : बिना सर्जरी आंखों के कैंसर का इलाज होगा, रोशनी भी सुरक्षित रहेगी

संक्षेप: पिछले ढाई साल में इस तकनीक की मदद से एम्स के डॉक्टरों ने 15 मरीजों का इलाज किया

Mon, 18 March 2024 07:15 PMNewswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्ली
share Share
Follow Us on

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। आंखों के कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए अच्छी खबर है। एम्स में बिना सर्जरी किए गामा नाइफ विकिरण के जरिए आंखों के कैंसर का सफल इलाज हो रहा है। इस प्रक्रिया में लोगों की आंखों की रोशनी भी सुरक्षित रहती है।
एम्स में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में डॉक्टरों ने बताया कि पिछले ढाई साल में इस तकनीक की मदद से एम्स के डॉक्टरों ने 15 मरीजों का इलाज किया। सभी के नतीजे भी बेहतर निकले हैं। अब तक ट्यूमर को निकालने के लिए सर्जरी करनी पड़ती थी। सर्जरी में ट्यूमर के साथ आंख को भी निकालना पड़ता था। इस कारण उक्त मरीज की स्थायी रूप से रोशनी भी चली जाती थी।

LiveHindustan को अपना पसंदीदा Google न्यूज़ सोर्स बनाएं – यहां क्लिक करें।

विशेषज्ञों का कहना है कि एम्स के नेत्र विज्ञान विभाग ने न्यूरोलॉजी विभाग के साथ मिलकर आंखों के कैंसर (यूवेल मेलेनोमा) के इलाज के लिए गामा नाइफ रेडियो सर्जरी की शुरुआत की। इसमें 30 मिनट में ट्यूमर पर 0.1 मिली मीटर की सटीकता के साथ गामा किरणें दी गई, जो एक बार में ही ट्यूमर का इलाज कर देती है। डॉ. आर पी सेंटर की प्रोफेसर डॉ. भावना चावला ने बताया कि पश्चिमी देशों में आंखों का यह कैंसर 60 की उम्र के आसपास के लोगों में मिलता है, जबकि भारत में यह कैंसर 40 की उम्र में ही लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। एम्स में सबसे छोटा मरीज 14 साल का था। डॉक्टर कम उम्र में हो रहे इस कैंसर की वजह पता लगाने के लिए शोध कर रहे हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।