किसान आंदोलन ::किसानों को रोकने के लिए सीमाएं सील करने की कवायद
इंट्रो ::: दिल्ली की सीमा में घुसने के लिए किसान कूच कर चुके हैं। उन्हें
दिल्ली की सीमा में घुसने के लिए किसान कूच कर चुके हैं। उन्हें रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सभी सीमाओं पर घेराबंदी शुरू की सीमाएं सील करने की कवायद शुरू कर दी है। बड़ी संख्या में तीन स्तरीय बैरीकेडिंग की जा रही है, जिससे अगर किसान एक सुरक्षा घेर तोड़ भी दें तो उन्हें रोका जा सके। पेश है नई दिल्ली से हिन्दुस्तान संवाददाता अमित झा, बृजेश सिंह, हेमंत कुमार पांडेय और संजय कुशवाहा की रिपोर्ट...
दोपहर बाद बैरिकेड की लंबी कतारें लगी
स्थान: चिल्ला बॉर्डर
समय: दोपहर 1:00 बजे
मयूर विहार स्थित चिल्ला बॉर्डर पर दोपहर के बाद बैरिकेड की लंबी कतारें सड़क किनारे लगी हुई थी। यहां 50 से ज्यादा बैरिकेड दोपहर तक पहुंचाए जा चुके थे। सड़क किनारे कुछ पुलिसकर्मी भी तैनात थे। दोपहर के समय यहां यातायात सामान्य रूप से चल रहा था, क्योंकि सड़क पर बैरिकेड नहीं लगाए गए थे। पुलिसकर्मियों ने बताया कि रविवार देर रात से बैरिकेड लगा दिए जाएंगे। यहां से गुजरने वाले वाहनों को जांच के बाद ही दिल्ली में प्रवेश मिलेगा। किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने को लेकर यहां तैयारी की जा रही है।
पुलिस ने खंभो पर सीसीटीवी लगाए
जगह: यूपी गेट गाजीपुर
समय: दोपहर 12:30 बजे
दिल्ली के यूपी गेट, गाजीपुर बॉर्डर (दिल्ली-गाजियाबाद, यूपी सीमा) पर दिल्ली पुलिस ने यूपी की तरफ से आने वाली सभी सड़कों पर बैरीकेडिंग की तैयारी शुरू कर दी गई है। गाजीपुर ब़ॉर्डर पर दिल्ली मेरठ हाईवे एनएच-9 और एनएच-24 दोनों आते हैं। दोनों हाईवे पर रविवार को लोहे के अलावा सीमेंट वाले बड़े बैरिकेड भी लगाए जा रहे थे। रविवार दोपहर से ही चार पुलिस गाड़ियां पुलिसकर्मियों को लेकर पहुंच गई थी। वहां पहले से एनएचएआई के कैमरे निगरानी के लिए हैं, लेकिन पुलिस अलग से अपने कैमरे भी खंभों पर लगा रही है। पुलिसकर्मियों ने बताया कि रविवार देर रात से बैरीकेड लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। सोमवार सुबह से बिना जांच के किसी वाहन को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। दिल्ली पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती भी की जा रही है।
सीमेंट के बैरियर से रास्ता रोकने की तैयारी
स्थान: सिंघु बॉर्डर
समय: 2:00 बजे दोपहर
सिंघु बॉर्डर से 26 जनवरी 2021 को किसानों की भीड़ दिल्ली में घुसी थी और लाल किला पर उपद्रव किया था। इसलिए इस बार दिल्ली पुलिस किसी भी तरह की कमी की गुंजाइश नहीं छोड़ रही है। सिंघु बॉर्डर के एक किलोमीटर पहले से ही पुलिस ने रास्ते में बैरिकेड और सीमेंट के बैरियर रखने शुरू कर दिए हैं। इन्हें जरूरत पड़ने पर क्रेन की सहायता से बीच सड़क पर रख दिया जाएगा। हालांकि, छुट्टी का दिन होने की वजह से रविवार को यातायात सामान्य रहा। किसी को आने-जाने में दिक्कत नहीं हुई। जौंती गांव निवासी पवन कुमार ने बताया कि उनका खेत दिल्ली में पड़ता है। वह रोज की तरह रविवार को भी खेतों में गये थे, लेकिन किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई। बॉर्डर पर स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान गश्त कर रहे थे। बॉर्डर के आसपास के इलाकों में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी।
बड़ी संख्या में कंटीले तार जमा किए गए
स्थानः टीकरी बॉर्डर
समयः 02:30 बजे दोपहर
दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर स्थित टीकरी बॉर्डर पर भी किसानों को रोकने के साजो-सामान जुटा लिए गए हैं। यहां पर बड़ी संख्या में बैरिकेडिंग और कंटीले तारों को जमा किया गया है। रविवार को यातायात सामान्य रहा। छुट्टी का दिन होने के चलते आम दिनों की तुलना में कम ट्रैफिक था, लेकिन बॉर्डर पर किसान आंदोलन की सरगर्मी दिखने लगी है। किसान संगठनों की ओर से 13 फरवरी को दिल्ली चलो का आह्वान किया गया है। इसे देखते हुए पुलिस ने तमाम सामान जुटाए हैं। इसमें सामान्य बैरिकेडिंग के अलावा कंटीले तारों की बाड़ और सीमेंट की बैरिकेडिंग भी शामिल है। मौके मौजूद पुलिसकर्मियों का कहना था कि पुख्ता इंतजाम इसलिए किया गया ताकि किसी भी स्थिति से आसानी से निपटा जा सके। पिछली बार टीकरी बॉर्डर पर भी किसानों ने लंबा मोर्चा लगाया था। इसे देखते हुए इस बार पहले से ज्यादा ऐहतियात बरती जा रही है।
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