ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCR नई दिल्लीडूसू चुनाव के लिए मतदान आज

डूसू चुनाव के लिए मतदान आज

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में मंगलवार को वोट डाले जाएंगे। छात्र संगठनों की ओर से किया जा रहा चुनाव प्रचार सोमवार सुबह समाप्त हो गया। सोमवार को दिनभर कॉलेजों में प्रत्याशियों ने भागदौड़ की।...

डूसू चुनाव के लिए मतदान आज
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 11 Sep 2017 11:13 PM
ऐप पर पढ़ें

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में मंगलवार को वोट डाले जाएंगे। छात्र संगठनों की ओर से किया जा रहा चुनाव प्रचार सोमवार सुबह समाप्त हो गया। सोमवार को दिनभर कॉलेजों में प्रत्याशियों ने भागदौड़ की। ‘नो कैंपेनिंग डे को देखते हुए छात्र संगठनों ने अपने प्रत्याशियों के पक्ष में सोशल मीडिया के जरिए प्रचार किया। शाम को छात्र संगठनों के कार्यकर्ता छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं से समर्थन मांगते नजर आए। टि्वटर पर एबीवीपी, एनएसयूआई के ट्रेंड : चुनाव से एक दिन पहले छात्र संगठनों ने सोशल मीडिया पर अपने प्रत्याशियों के समर्थन में पूरी ताकत लगा दी। सोमवार और रविवार को ट्विटर पर एबीवीपी और एनएसयूआई के समर्थन में हैशटैग ट्रेंड करने लगे। सोमवार को एबीवीपी के समर्थकों ने शाम को #ABVPonceMore ( एबीवीपी एक बार फिर) हैशटैग ट्रेंड कराया। इस दौरान समर्थकों ने परीक्षा देने से रोक दिए गए विद्यार्थियों को परीक्षा दिलवाना, छात्रावास के लिए संघर्ष जैसी कई उपलब्धियां गिनवाईं। वहीं कांग्रेस के छात्रसंगठन एनएसयूआई ने रविवार रात को #ThatsWhyNSUI हैशटैग ट्रेंड कराया। हैशटैग में संगठन के कार्यकर्ताओं ने एबीवीपी को पराजित कर एनएसयूआई को दोबारा छात्रसंघ में लाने की वजहें गिनवाईं। वामपंथी छात्र संगठन आइसा और एसएफआई ने भी ट्विटर, व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोट मांगे। एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक साकेत बहुगुणा ने बताया कि एबीवीपी ने ‘मस्ट वोट के स्लोगन के साथ भी सोशल मीडिया पर प्रचार किया है। इस अभियान के तहत मॉर्निंग कॉलेजों में सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर एक बजे के बीच और सांध्य कॉलेजों में दोपहर तीन बजे से शाम साढ़े सात बजे तक मतदान की अपील की गई। एनएसयूआई के मीडिया संयोजक नीरज मिश्रा ने बताया कि प्रचार खत्म होने के बाद सोशल मीडिया ही रास्ता है। ऐसे में हम सोशल मीडिया के जरिये केवल डीयू में पढ़ने वाले मतदान की अपील कर रहे हैं। कॉलेजों में सुरक्षा बल तैनात: डीयू में मतदान केंद्रो के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उत्तरी परिसर और अन्य कॉलेजों में दिल्ली पुलिस के अलावा अन्य सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। चुनाव पर नजर रखने के लिए विडियो रिकॉर्डिग का भी सहारा लिया जा रहा है। बैलेट नंबर का अहम रोल : डीयू में होने वाले चुनाव में प्रत्याशियों के लिए बैलेट नंबर की अहम भूमिका होती है। छात्र संगठन चाहते हैं कि चुनाव के समय छात्रों को उनके प्रत्याशियों का बैलेट नंबर याद रहे। यही वजह है कि दिल्ली के तमाम कॉलेज के बाहर दीवारों पर बैलेट नंबर लिखे पोस्टर व बैनर देखने को मिलते हैं। राजनीतिक पार्टियों ने पार्षदों की ड्यूटी लगाई डीयू चुनाव में राजनीतिक दलों की शाख भी दाव पर लगी रहती है। कांग्रेस और भाजपा ने अपने छात्र संगठन के प्रत्याशियों को जिताने के लिए डीयू के कॉलेजों में अपने नेताओं की ड्यूटी लगाई है। पार्षद से लेकर विधायक तक अपने छात्र संगठन के समर्थन में वोट बांटते नजर आए। चुनाव के लिए हर जिले में निगम पार्षद से लेकर जिला अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर कई कार्यकर्ताओं की ड्यूटी कॉलेज के आसपास लगाई गई है। 71 में 51 कॉलेज के छात्र डूसू में वोट डालते हैं दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों की संख्या 71 है। इनमें से 51 कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनावों में वोट डालते हैं जबकि अन्य कॉलेजों में अलग चुनाव होता है। एबीवीपी ने इस बार अपने चुनाव प्रचार के दौरान डीयू के सभी कॉलेजों को डूसू में लाने की बात कही थी। एबीवीपी ने घोषणापत्र में लिखा था कि वे इसके लिए आंदोलन भी करेंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें