डीयू के पाठयक्रम में चेतन भगत के उपन्यास को शामिल करने का प्रस्ताव लटका
लेखक चेतन भगत के उपन्यासों को साहित्य के पाठयक्रम में शामिल करने और फेसबुक पर पोस्ट लिखने से संबधित कोर्स शुरू करने के डीयू के अंग्रेजी विभाग के प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। विभिन्न...
लेखक चेतन भगत के उपन्यासों को साहित्य के पाठयक्रम में शामिल करने और फेसबुक पर पोस्ट लिखने से संबधित कोर्स शुरू करने के डीयू के अंग्रेजी विभाग के प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। विभिन्न कॉलेजों के शिक्षकों के विरोध के कारण ऐसा किया गया। डीयू ने प्रस्ताव को रोककर एक समीक्षा समिति के गठन का फैसला किया है। यह समिति सिफारिश करेगी कि अगले शैक्षणिक सत्र से इसे शुरू किया जा सकता है कि नहीं। समिति के गठन को मंजूरी देने वाली बैठक के ब्योरे के मुताबिक, पाठयक्रम को बनाने और उसमें सुधार करने में मनमानी की गई है। यह बात भी सामने आई कि अंग्रेजी विभाग कुछ लेखकों और प्रकाशकों का पक्ष लेता रहा है। भले ही इसके लिए सामान्य चलन और तार्किकता से परे जाना पड़े। अंग्रेजी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पाठयक्रम बनाने और संशोधन करने की प्रक्रिया को देखने के लिए एक समिति गठित की गई है। यह समिति देखेगी कि पसंद आधारित क्रेडिट प्रणाली (सीबीसीएस) के सदस्य कौन थे, क्या कॉलेजों का पयार्प्त प्रतिनिधित्व था, क्या संशोधन के बारे में सभी सदस्यों को सूचना दी गई थी और क्या उनकी मंजूरी ली गई थी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने समीक्षा समिति के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है, लेकिन अगर कोई संशोधन होता है तो यह इस शैक्षणिक सत्र में निश्चित तौर पर नहीं होने जा रहा।