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स्कूल बंद, बच्चों का भविष्य खतरे में

नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता दिल्ली के अभिभावक कोई अप्रिय घटना होने या बच्चों की शिकायत पर स्कूलों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देख सकेंगे। स्कूल में आवेदन करके अभिभावकों को यह सुविधा मिलेगी। दिल्ली...

स्कूल बंद, बच्चों का भविष्य खतरे में
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 15 Sep 2017 11:08 PM
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नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता दिल्ली के अभिभावक कोई अप्रिय घटना होने या बच्चों की शिकायत पर स्कूलों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देख सकेंगे। स्कूल में आवेदन करके अभिभावकों को यह सुविधा मिलेगी। दिल्ली के शिक्षा मंत्री का दावा है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इससे अभिभावकों का विश्वास बढ़ेगा। दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को तीन सप्ताह के अंदर कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाने हैं। उपमुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि स्कूलों को सीसीटीवी कैमरों का रिकॉर्ड रखना होगा, इसका अपडेशन निदेशालय की वेबसाइट पर देना होगा। उन्होंने बताया कि कई बार सीसीटीवी होने के बावजूद फुटेज नहीं मिलती है, क्योंकि कैमरे खराब पड़े होते हैं। इसी मकसद से स्कूल के सभी सीसीटीवी की मासिक रिपोर्ट देनी होगी। उन्होंने बताया कि अभिभावक बच्चे से संबंधित सीसीटीवी फुटेज देख सकेंगे। इसकी व्यवस्था दिल्ली सरकार कर रही है। एक आवेदन के बाद उन्हें सीसीटीवी फुटेज देखने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि स्कूलों में सीसीटीवी लगने का काम जल्दी पूरा हो जाएगा। शिक्षा विभाग इस पर नजर रखे हुए है। उन्होंने बताया कि हाईपावर कमेटी स्कूलों के लिए गाइडलाइन तैयार कर रही है। सरकार गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित कराएगी। स्कूलों के साथ स्कूल बसों में बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। कई विभागों के अफसर मिलकर गाइडलाइन तैयार कर रहे हैं। पांच दिन से स्कूल बंद - रेप की घटना के बाद पोस्टर लगाकर मांगा इंसाफ नई दिल्ली। कार्यालय संवाददाता शाहदरा के टैगोर पब्लिक स्कूल में पांच वर्षीय बच्ची के साथ हुई रेप की घटना के बाद स्कूल अभी बंद पड़ा है। पांच दिन से स्कूल बंद होने से सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अभिभावक कई बार स्कूल पर प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन स्कूल स्टाफ गायब है। स्कूल के बाहर अभिभावकों ने पोस्टर लगाकर बच्ची के लिए इंसाफ मांगा है। पीड़ित बच्ची अभी भी सदमे में है और परिजन परेशान हैं। परिजनों को अब अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी है। उन्हें डर है कि आगे भी इस तरह की घटना न हो जाए। वहीं, अभिभावकों ने स्कूल की दीवार पर देश की लड़कियों को न्याय दो का पोस्टर लगा रखा है। वहीं, पांच दिन से विद्यालय में कोई भी अध्यापक या स्टाफ नहीं आया है। स्कूल की देखभाल के लिए तैनात सुरक्षाकर्मी भी घटना के बाद से गायब है।

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