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ऑनलाइन क्लास से वंचित बच्चों को गलत संगत से बचाने कि लिए मुफ्त में पढ़ा रहे हैं पुलिस कॉन्सटेबल थान सिंह

देशभर में कोरोना और लॉकडाउन के बाद से ही बच्चों का पढ़ाई ठप पड़ी हुई है। पिछले कुछ दिनों में धीरे-धीरे स्कूलों को खोला ज़रूर जा रहा है लेकिन अभी भी स्कूल पूरी तरह से नहीं चल पा रहे हैं। कई जगहों...

ऑनलाइन क्लास से वंचित बच्चों को गलत संगत से बचाने कि लिए मुफ्त में पढ़ा रहे हैं पुलिस कॉन्सटेबल थान सिंह
एएनआई,दिल्ली Sun, 18 Oct 2020 12:09 PM
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देशभर में कोरोना और लॉकडाउन के बाद से ही बच्चों का पढ़ाई ठप पड़ी हुई है। पिछले कुछ दिनों में धीरे-धीरे स्कूलों को खोला ज़रूर जा रहा है लेकिन अभी भी स्कूल पूरी तरह से नहीं चल पा रहे हैं। कई जगहों पर स्कूल खुले भी है तो ऑनलाइन क्लासेस चल रही है। ऐसे में एक बड़ा वर्ग है जो ऑनलाइन क्लास करने से वंचित है, क्योंकि उसके पास ज़रूरी उपकरण स्मार्टफोन, लैपटॉप और इंटरनेट की उपलब्धता नहीं है। 

बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रहे हैं दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल थान सिंह 

ऐसे ही बच्चों को दिल्ली में लाल किला के पास एक मंदिर परिसर पुलिस कॉन्स्टेबल थान सिंह बच्चों को पढ़ाते हैं। वे इन कक्षाओं में ऐसे ही आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित तबके के बच्चों को पढ़ाते हैं जो ऑनलाइन क्लास लेने सक्षम नहीं हैं। कॉन्स्टेबल थान सिंह का कहना है कि मैं महामारी के पहले से ही यह क्लास चला रहा हूं। महामारी के बाद यह और भी जरूरी हो गया। ये बच्चे ऑनलाइन क्साल नहीं ले सकते हैं और मैं चाहता हूं कि वे पढ़ाई करें, जिससे वे गलत संगत में पड़कर किसी तरह का कोई अपराध ना करें।

महाराष्ट्र में भी की गई अनोखी शुरूआत

ऐसे ही महाराष्ट्र में भी कक्षा 1-10 तक के बच्चों के लिए मुफ्त मोबाईल फोन लाइब्रेरी की शुरूआत भी की गई है। जहां बच्चों को ऑनलाइन क्लास करने के लिए मोबाईल फोन और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस मुफ्त मोबाईल फोन लाइब्रेरी की शुरूआत मुंबई म्यूनिसिपल एंड प्राइवेट उर्दू टीचर्स यूनियन ने इमामवाड़ा क्षेत्र में कक्षा 1-10 तक के स्टूडेंट्स के लिए किया है। आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट जो मोबाइल फोन नहीं खरीद सकते थे, वे अब यहां ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले रहे हैं। कक्षा में अब तक 22 छात्र शामिल हो चुके हैं।

इस लाइब्रेरी केंद्र की प्रभारी शाहिना सईद का कहना है कि कुछ स्टूडेंट्स के पास या तो मोबाइल फोन नहीं थे या उनके परिवार में केवल एक मोबाइल फोन था। ऐसे छात्रों के लिए ही हमने ये लाइब्रेरी खोली है। उन्हें ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है और उनके सिलेबस को पूरा किया जा रहा है। कक्षाएं सुबह 8 से दोपहर 3 बजे तक आयोजित की जाती हैं। इस दौरान COVID-19 के सभी गाइडलाइंस का पालन भी किया जा रहा है।

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