फर्जी डॉक्टरों को पकड़ने के लिए
दिल्ली मेडिकल काउंसिल करेगा सर्वे
नई दिल्ली। वरिष्ठ संवाददाता
दिल्ली मेडिकल काउंसिल फर्जी डॉक्टरों को पकड़ने के लिए सर्वे करेगी। यह प्रक्रिया अगले 15 दिनों के अंदर शुरू हो जाएगी।
दिल्ली मेडिकल काउंसिल अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता का कहना है कि काउंसिल चाहती है कि दिल्ली देश का पहला राज्य बने, जहां एक भी झोलाछाप डॉक्टर न हो। उन्होंने कहा कि कई बार लोग मजबूरी में झोलाछाप डॉक्टरों के पास पहुंचते हैं, इसलिए सर्वे से स्पष्ट हो जाएगा कि किस इलाके में स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल है। वहीं, काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. गिरीश त्यागी ने बताया कि सर्वे का एक फायदा यह भी है कि इससे लोगों को असली डॉक्टरों के बारे में पता चल पाएगा।
पुलिस से साठगांठ कर बच जाते थे
डॉ. अरुण गुप्ता ने बताया कि अभी तक किसी इलाके में फर्जी डॉक्टर मिलने की सूचना पर चीफ डिस्ट्रिक मेडिकल ऑफिसर पुलिस के साथ छापा मारता था। मगर कई मामलों में देखा गया है कि पुलिस से साठगांठ होने के कारण झालोछाप डॉक्टर बच जाते थे।
मैपिंग भी की जाएगी
काउंसिल सर्वे करने वाली एजेंसियों की तलाश कर रही है। सर्वे में मैपिंग भी की जाएगी, ताकि पता चल सके कि कहां फर्जी और नकली डॉक्टर ज्यादा हैं। इससे सरकार को भी पता चलेगा कि किन इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने की जरूरत है।