डॉक्टरों को नहीं मिल रहा समय से वेतन
नई दिल्ली। वरिष्ठ संवाददाता फोर्डा (फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएसन) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के लिए अपनी कई मांगो से संबंधित एक पत्र लिखा है। जिसमें संगठन का कहना है कि सातवें वेतन आयोग...
नई दिल्ली। वरिष्ठ संवाददाता फोर्डा (फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएसन) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के लिए अपनी कई मांगो से संबंधित एक पत्र लिखा है। जिसमें संगठन का कहना है कि सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतन तो मिल रहा है, इसके बावजूद कई मुद्दे ऐसे हैं। जिस ओर ध्यान देने की जरूरत है। फोर्डा के महासचिव डॉ विवेक चौकसे ने बताया कि मई माह से सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतन मिलना तय हुआ था। लेकिन इसके बावजूद स्थानीय अस्पताल प्रशासन की ओर से उन्हें झूठा आश्वसान ही दिया जा रहा है। जिसमें यह भी कहा गया है कि यह जुलाई से पहले नहीं मिल सकता है। वहीं सातवें वेतन आयोग के अनुसार जो वेतन मिलना तय हुआ था। उसमें भी विभिन्नता है, कई हॉस्पिटल में यह 8 हजार रुपये कम मिल रहा है। वहीं जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर को यह 6 हजार रुपये कम मिल रहा है। फोर्डा के अध्यक्ष डॉ. पंकज सोलंकी ने बताया स्वास्थय मंत्री के साथ 2015 में हुई बैठक में तय हुआ था कि सभी रेजीडेंट डॉक्टरों को वेतन महीने की 7 तारीख को मिल जाएगा। इसके बाद भी दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है, वेतन अमूमन हर महीने की 20 तारीख को आता है। इससे डॉक्टरों को काफी परेशानी होती है।