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दयाल सिंह मॉर्निंग-इवनिंग कॉलेज को लेकर खड़ा हुआ विवाद

दयाल सिंह कॉलेज को मॉर्निंग इवनिंग एक करने को लेकर फर्जीवाड़े की बात सामने आई है। इसी कमेटी में पहले से बिना इन्फ्रास्ट्रक्चर के एक ही इमारत में दोनों कॉलेजों को एक करने को लेकर दो धड़े हैं। कमेटी के...

दयाल सिंह मॉर्निंग-इवनिंग कॉलेज को लेकर खड़ा हुआ विवाद
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीWed, 05 Jul 2017 11:36 PM
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दयाल सिंह कॉलेज को मॉर्निंग इवनिंग एक करने को लेकर फर्जीवाड़े की बात सामने आई है। इसी कमेटी में पहले से बिना इन्फ्रास्ट्रक्चर के एक ही इमारत में दोनों कॉलेजों को एक करने को लेकर दो धड़े हैं। कमेटी के कुछ सदस्यों का कहना है कि दोनों को तभी एक किया जाए जब इमारतें अलग हों। एक ही इमारत में छात्र संख्या बढ़ने पर खेल और एनसीसी, एनएसएस की गतिविधियों पर असर पड़ेगा। ईसी कमेटी में लगातार बहस का मुद्दा बने दयाल सिंह कॉलेज मॉर्निंग इवनिंग का कहना है कि जगह इतनी ज्यादा नहीं है कि दोनों कॉलेज एक हो सकें। साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर भी वैसा नहीं है जिससे यह फैसला हो सके। इस पूरे मामले ने नया मोड़ तब ले लिया जब कॉलेज के प्रधानाचार्य ने उन कागजात पर अपने फर्जी हस्ताक्षर की बात कही, जिनमें दोनों कॉलेज को एक करने के लिए दोनों प्राचार्य राजी हैं। दयाल सिंह कॉलेज के स्टाफ काउंसिल ने इस पर बैठक करके डीयू वीसी को इस पूरे मामले में जांच के लिए कहा है। यही नहीं कॉलेज की ओर से पुलिस में भी फर्जी हस्ताक्षर की शिकायत की गई है। काउंसिल सदस्य प्रमेंद्र परिहार ने कहा कि प्रधानाचार्य आईएस बख्शी का कहना है कि उन्होंने ऐसे कोई कागजात देखे तक नहीं हैं। इस मामले में इवनिंग कॉलेज प्रशासन ने भी फॉरेंसिक जांच की मांग की है। हालांकि अगली ईसी बैठक में फिर से यह मुद्दा उठेगा। खेलने कहां जाएंगे बच्चे ईसी कमेटी के सदस्य डॉ पंकज गर्ग का कहना है कि दोनों कॉलेजों को एक करना सही है लेकिन इसके लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर भी होना चाहिए। अगर दयाल सिंह कॉलेज में बिना संसाधनों के दोनों कॉलेज मॉर्निंग और इवनिंग एक हो जाते हैं तो इससे दूसरे कॉलेजों पर भी ऐसा दबाव पड़ेगा। दिल्ली के ज्यादातर कॉलेज दस एकड़ जमीन में बने हैं, ऐसे में अगर वे दोनों कॉलेज एक साथ करेंगे तो एनसीसी-एनएसएस सहित कई स्पोटर्स एक्टिविटी लगभग खत्म हो जाएंगी। यही नहीं कक्षाओं पर भी दबाव बढ़ेगा।

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