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निगमकर्मियों ने दूसरे दिन भी काम बंद कर प्रदर्शन किया

पूर्वी दिल्ली नगर निगम में वेतन के मुद्दे को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। लेकिन कर्मचारी उस समय भड़क गए, जब एक अधिकारी कहा कि एक...

निगमकर्मियों ने दूसरे दिन भी काम बंद कर प्रदर्शन किया
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीTue, 13 Oct 2020 06:40 PM
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नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता

पूर्वी दिल्ली नगर निगम में वेतन के मुद्दे को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। लेकिन कर्मचारी उस समय भड़क गए, जब एक अधिकारी कहा कि एक महीने का वेतन देने के प्रयास किया जा रहा है, वह अपनी हड़ताल वापस ले लें। जब कर्मचारियों की हड़ताल चल रही थी, उसी दौरान निगमायुक्त के पीए रितेश बेहोश हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्यान, डेम्स, आईटी, प्रशासनिक हाउस, टैक्स सहित अन्य विभाग के सैकड़ों कर्मचारी पटपड़गंज मुख्यालय परिसर में मंगलवार सुबह एकत्रित हो गए और 11 बजे से काम बंद प्रदर्शन किया। कंफेडरेशन ऑफ एमसीडी इम्प्लाइज यूनियंस और इम्प्लाइज एवं पेंशनर्स संगठन के बैनर तले एकत्रित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग हड़ताल में शामिल नहीं हो रहे हैं, उन्हें कार्यालयों से बाहर आना चाहिए। डेपुटेशन पर आए अधिकारी निगम कर्मचारियों का दर्द क्या जानें। उन्हें निगम की हालत से क्या लेना देना है, वह तो कुछ साल यहां रहकर चले जाते हैं और निगम की हालत वही रहती है।

पिछले तीन सालों से पूर्वी निगम में दीपावली के मौके पर ही वेतन की परेशानी खड़ी होती है, आखिर क्यों। इसी दौरान निगम के डीसी हरिप्रशाद ने हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनको एक माह का वेतन जारी कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह सुनते ही कर्मचारी भड़क गए और कहा कि उन्हें तीनों माह का वेतन चाहिए। करीब एक बजे सभी कर्मचारी मार्च निकालते और नारेबाजी करते मुख्यालय पर बैठी निगमायुक्त के कार्यालय जा पहुंचे।

अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे : महापौर

पूर्वी निगम के महापौर निर्मल जैन ने कर्मचारियों को तीन माह से वेतन न मिलने के मामले को लेकर कहा कि दिल्ली सरकार सिर्फ 94 करोड़ रुपये दे रही है जो एक माह का भी वेतन नहीं है। 45 हजार कर्मचारियों के वेतन को लेकर प्रतिमाह 170 करोड़ रुपये की जरूरत होती है। अगर सरकार का यही रवैया रहा तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।

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