सिद्धू मूसेवाला की पहली पुण्यतिथि पर मानसा में निकाला कैंडल मार्च
जवाहरके गांव में दिवंगत गायक को दी गई श्रद्धांजलि स्मारक स्थल पर फूट-फूटकर रोईं...
जवाहरके गांव में दिवंगत गायक को दी गई श्रद्धांजलि
स्मारक स्थल पर फूट-फूटकर रोईं सिद्धू मूसेवाला की मां
चंडीगढ़/मनसा, एजेंसी। पंजाब के मनसा जिले के जवाहरके गांव में गायक सिद्धू मूसेवाला की पहली पुण्यतिथि पर सोमवार को कैंडल मार्च निकाला गया। सिद्धू की छह हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
मूसेवाला के प्रशंसक और समर्थक उसके लिए ‘न्याय मांगने के लिए कैंडल मार्च में भाग लेने के लिए मूसा गांव में बड़ी संख्या में एकत्र हुए। हाथों में तख्तियां लिए प्रतिभागियों ने मार्च के दौरान नारे लगाए, जिसमें मूसेवाला की मां चरण कौर भी शामिल थीं।
शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को हत्या कर दी गई थी। घटना के वक्त वह अपने दोस्त और चचेरे भाई के साथ जीप से अपने गांव जवाहरके जा रहे थे। सोमवार को दिवंगत गायक की याद में जवाहरके गांव स्थित गुरुद्वारे में प्रार्थना की भी गई। मूसेवाला की मां चरण कौर अपने बेटे के स्मारक स्थाल पर भावुक हो गईं और फूट-फूट कर रोने लगीं। स्मारक स्थल पर सिद्धू मूसेवाला की मूर्ति भी स्थापित की गई है। मूसेवाला के प्रशंसकों ने मूसा गांव में रक्तदान शिविर भी लगाया।
इस बीच, पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने मूसेवाला को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। वडिंग ने अपने ट्वीट में कहा कि मूसेवाला की मौत को एक साल बीत जाने के बावजूद गायक के माता-पिता अभी भी अपने बेटे के लिए न्याय का इंतजार कर रहे हैं। हम हमेशा उनके साथ खड़े रहे हैं और आगे भी खड़े रहेंगे और मूसेवाला के लिए न्याय के लिए लड़ेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी गायक को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि पिछले साल इसी दिन पंजाब ने बहुत कम उम्र में अपने एक अनमोल रत्न, एक प्रतिभाशाली और सफल व्यक्ति को खो दिया था। दुनिया भर में लाखों लोग उन्हें और उनके गानों को पसंद करते हैं। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ ने गायक की नृशंस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। मूसेवाला हत्याकांड में दायर चार्जशीट के मुताबिक बराड़ इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड है।