ब्यूरो:::भारत का सिगरेट टैक्स स्कोर वैश्विक औसत से कम
रिपोर्ट:: - 170 देशों में सिगरेट टैक्स नीतियों के प्रदर्शन का आकलन किया गया -
रिपोर्ट::
- 170 देशों में सिगरेट टैक्स नीतियों के प्रदर्शन का आकलन किया गया
- भारत को पांच बिन्दुओं में कुल मिलाकर 1.88 का स्कोर मिला
नई दिल्ली। विशेष संवाददाता
सिगरेट टैक्स स्कोर कार्ड में भारत का प्रदर्शन वैश्विक औसत से भी कम रहा है। टोबैकोनोमिक्स ने हाल में इंटरनेशनल सिगरेट टैक्स स्कोर कार्ड का पहला संस्करण जारी किया है। इसमें भारत समेत 170 देशों में सिगरेट टैक्स नीतियों के प्रदर्शन का आकलन किया गया है। टोबैकोनोमिक्स इलिनोइस विश्वविद्यालय से संबद्ध है।
रिपोर्ट के अनुसार भारत को पांच बिन्दुओं में कुल मिलाकर 1.88 का स्कोर मिला जो दक्षिण-पूर्व एशिया के औसत 1.82 से थोड़ा ही बेहतर है पर वैश्विक औसत 2.07 तथा सर्वोच्च प्रदर्शन वाले देशों के स्कोर 4.63 से काफी कम है। सर्वोच्च प्रदर्शन वाले देश हैं -ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड। इससे स्पष्ट कि इन देशों ने सिगरेट पर शुल्क बढ़ाए हैं ताकि लोग उसका इस्तेमाल कम करें, लेकिन भारत इसमें असफल रहा है।
भारत ने सिगरेट कराधान नीति पर अपना स्कोर 2014 के 1.38 से 2016 में 2.38 कर लिया था जो काफी बेहतर है। इसके बाद 2018 में यह घटकर 1.88 रह गया। ऐसा तंबाकू पर टैक्स में वृद्धि नहीं किए जाने के कारण हुआ। इससे सिगरेट खरीद कर पीना आसान या सस्ता हो गया। हालांकि, 89 देशों में संपूर्ण स्कोर बेहतर हुआ।
टोबैकोनोमिक्स डायरेक्टर और स्कोरकार्ड के लीड लेखक, फ्रैंक जे चलोउपका कहते हैं कि स्कोरकार्ड में सिगरेट टैक्स बढ़ाने की अच्छी खासी संभावनाएं नजर आ रही हैं जिनका उपयोग नहीं किया गया है। इससे कोविड-19 रिकवरी के लिए राजस्व बढ़ाया जा सकता है और इससे भी महत्वपूर्ण है कि समय पूर्व मौत को रोका जा सकता है और एक स्वस्थ और उत्पाद कामगार वर्ग को बढ़ावा दिया जा सकता है।