ब्यूरो ::: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से विकास को रफ्तार मिलेगी : अमिताभ कांत
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से विकास को रफ्तार मिलेगी : अमिताभ कांत नई दिल्ली, विशेष...

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से विकास को रफ्तार मिलेगी : अमिताभ कांत
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आगामी विकास का बहुत बड़ा चालक होगा। ऐसे में तमाम गतिविधियों से जुड़े संगठनों को प्रौद्योगिकियों के अनुकूल अपने आप को विकसित होना चाहिए। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने ये बातें कही। वह रक्षा संपदा व्याख्यान 2021 के मौके पर ‘तकनीकी तथा डिजिटल विस्थापन द्वारा देश में आर्थिक एवं सामाजिक परिवर्तन : बदलते भारत की तस्वीर विषय पर बोल रहे थे।
नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से भारत में डिजिटल लेन-देन में परिवर्तन दिख रहा है। पहले बैंक में खाता खुलवाने में काफी समय लगता था। आज बायोमीट्रिक तरीके से एक मिनट से भी कम समय में खाता खोलना संभव है। साथ ही भारत ने डिजिटल भुगतान में क्रांति ला दी है। 270 से अधिक बैंक यूपीआई से जुड़े हैं। यूपीआई एक बड़ी सफलता रही है, क्योंकि सरकार ने यह तरीका अपनाया है।
अमिताभ कांत ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल योजना आयुष्मान प्रदान कर रहा है। ऐसा दुनिया के किसी और हिस्से में नहीं हुआ है। यह भारत में प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ्य देखभाल, स्वास्थ्य सहायता तक आसान पहुंच प्रदान करता है। साथ ही गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस खरीदार और आपूर्तिकर्ता के लिए एक पारदर्शी, कागज रहित, संपर्क रहित मंच प्रदान करता है।
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भारत को सतत विकास पर ध्यान देना होगा
अमिताभ कांत के मुताबिक, भारत को सतत विकास पर ध्यान देना होगा। भारत को बैटरी भंडारण में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। बैटरी भंडारण सतत विकास के लिए एक विकल्प है। हम भाग्यशाली हैं कि हम बहुत कम लागत पर नवीकरणीय ऊर्जा का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को जीवाश्म ईंधन से मुक्त होना चाहिए। भारत हरित हाइड्रोजन का सबसे बड़ा उत्पादक बन सकता है।
