मध्य प्रदेश में भाजपा ने दिग्गज नेताओं पर लगाया दांव
- तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात लोकसभा सांसद लड़ेंगे विधानसभा चुनाव - नरेंद्र सिंह...

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नेतृत्व ने अपने सभी दिग्गज नेताओं को चुनाव मैदान में उतार दिया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत तीन मंत्री विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने सात लोकसभा सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
मध्य प्रदेश में भाजपा लगभग दो दशक से सत्ता में है। उसे पिछले विधानसभा चुनाव में हार का भी सामना करना पड़ा था लेकिन बाद में कांग्रेस में बगावत से सरकार बन गई थी। इस बार भी चुनावी माहौल को देखते हुए भाजपा ने सामूहिक नेतृत्व में चुनाव मैदान में जाने का फैसला किया है। उसने अपने सभी बड़े नेताओं को चुनाव मैदान में उतार कर साफ कर दिया है कि उसके लिए मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है। पार्टी ने सोमवार को 39 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी, फगन सिंह कुलस्ते को निवास, प्रह्लाद सिंह पटेल को नरसिंहपुर से विधानसभा चुनाव मैदान में उतारा है। इनके अलावा सांसद रीति पाठक सीधी से, गणेश सिंह सतना से और उदय प्रताप सिंह गाडरवारा से चुनाव लड़ेंगे। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर एक सीट से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरेंगे।
दूसरी सूची कार्यकर्ता महाकुंभ के बाद जारी की
भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची कार्यकर्ता महाकुंभ के बाद जारी की है। इस रैली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था। इस रैली में प्रधानमंत्री ने साफ संकेत दे दिए थे कि भाजपा सामूहिक नेतृत्व में चुनाव मैदान में जाएगी। उन्होंने अपने भाषण में एक बार भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भावी मुख्यमंत्री के रूप में पेश नहीं किया था, बल्कि सामूहिक नेतृत्व का जिक्र किया था। प्रधानमंत्री के इस भाषण के कई कयास लगाए जा रहे थे। शाम को जब उम्मीदवारों की सूची सामने आई तब यह खुलासा हो गया की पार्टी राज्य में सत्ता विरोधी माहौल और पिछले विधानसभा चुनाव की हार को सामने रखते हुए अपने सभी बड़े नेताओं को चुनाव मैदान में उतरने जा रही है।
हारी हुई सीटों पर उम्मीदवार उतारे
पार्टी ने जनता के सामने अपने बड़े नेताओं को पेश कर साफ कर दिया कि चुनाव में जीत के बाद कोई भी नया मुख्यमंत्री बन सकता है। दूसरी सूची में पार्टी ने अधिकांश हारी हुई सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन कुछ सीटें ऐसी भी है जो उसकी जीती हुई है। नरसिंहपुर से मौजूदा विधायक जालम सिंह पटेल की जगह उनके बड़े भाई प्रह्लाद सिंह पटेल को टिकट दिया है। इस सूची में पार्टी ने सभी क्षेत्र के प्रमुख नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा है। ग्वालियर चंबल क्षेत्र से नरेंद्र सिंह तोमर, महाकौशल से फगन सिंह कुलस्ते और राकेश सिंह, विंध्य से गणेश सिंह, मालवा से कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नेताओं को चुनाव मैदान में उतार गया है।
कांग्रेस की चुनौती को गंभीरता से लिया
भाजपा ने बड़े नेताओं को टिकट दिए, उससे इस बात के साफ संकेत है कि भाजपा कांग्रेस की चुनौती को बेहद गंभीरता से ले रही है। इसके अलावा उसके सामने जनता का फीडबैक भी है। सूत्रों के अनुसार पार्टी ने विभिन्न अंदरूनी सर्वे को ध्यान में रखा है, जिसके आधार पर टिकट तय किए गए हैं। पार्टी बड़े पैमाने पर अपने नए चेहरों के सामने ला रही है और कई बदलाव भी कर रही है। अभी अधिकांश विधायकों की सीट पर फैसला होना बाकी है और उसके बाद ही तय होगा कि पार्टी कितने विधायकों के टिकट काटती है। हालांकि इन दोनों सूचियों में अभी तक मौजूदा सरकार के प्रमुख नेताओं की घोषणा नहीं की गई है, इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल है।
