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एटीएम बदलकर ठगी करने में दो डीयू छात्र गिरफ्तार

नई दिल्ली कार्यालय संवाददाता

एटीएम बदलकर ठगी करने में दो डीयू छात्र गिरफ्तार
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 16 Dec 2017 11:49 PM
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नई दिल्ली कार्यालय संवाददाता

पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर खाते से रुपये निकालने के आरोप में शुक्रवार को डीयू के दो छात्रों को गिरफ्तार किया है। आरोपी धमेंद्र और प्रिंस नार्थ कैम्पस से सटे इलाकों में सक्रिय थे। अभी तक की जांच में दोनों छात्रों के ठगी के करीब तीस मामलों में शामिल होने का शक है।

डीसीपी जतिन नरवाल ने बताया कि हिंदू कालेज से सेवा निवृत्त लैब असिस्टेंट नंदन सिंह 1 दिसंबर को कॉलेज परिसर में मौजूद एटीएम में रुपये निकालने गए थे। दस हजार रुपये निकालकर वह दोबारा एटीएम का प्रयोग करने जा रहे थे। इसी बीच दो युवक वहां पहुंचे और उन्होंने नंदन सिंह से कहा कि कार्ड गंदा हो गया। उन्होंने कार्ड लेकर अपने कपड़े में साफ किया और फिर उसे लौटा दिया।

फिर नंदन सिंह ने दोबारा कार्ड का प्रयोग किया, लेकिन रुपये नहीं निकले। इसके बाद वह वापस चले गए। मगर, दो दिन बाद उनके बैंक खाते से पचास हजार रुपये निकल गए। इसके बाद उन्होंने मौरिस नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले की जांच के लिए एसएचओ राम अवतार सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।

जांच के इौरान एसआई रोहित सारस्वत ने संबंधित एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली तो उसमें दो संदिग्ध युवक दिखे। फुटेज से दोनों संदिग्धों की बाइक का नंबर मिल गया। इसकी मदद से पुलिस ने शुक्रवार को धमेंद्र और प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया। धर्मेंद्र एसओएल से स्नातक है, जबकि प्रिंस अभी स्नातक की पढ़ाई कर रहा है।

महीने की शुरुआत में होते थे सक्रिय : पुलिस जांच में मालूम हुआ कि आरोपी दोनों छात्र माह के शुरुआत में ही सक्रिय होते थे। चूंकि नार्थ कैम्पस के इलाके से वे अच्छी तरह वाकिफ थे, इसलिए उन्होंने इसे ही अपना इलाका चुना। कभी-कभी आरोपी यमुनापार में भी शिकार की तलाश करते थे। दोनों एटीएम के एंटर बटन को जाम करके भी लोगों से ठगी करते थे। इस तरह से उन्होंने हाल ही में मुखर्जी नगर इलाके में डीयू से अवकाश प्राप्त मो. आफताब से ठगी की थी।

एलआईसी की रसीद से पकड़े गए आरोपी : पुलिस से बचने के लिए दोनों आरोपियों ने फर्जी कागजों पर बाइक खरीदी थी। बाइक खरीदने में निवास/पहचान प्रमाण पत्र देना होता है, इसकी जगह इन्होंने एलआईसी की रसीद लगाई थी। पुलिस रसीद के लिए हुए भुगतान के जरिए आरोपियों तक पहुंच गई। पुलिस पूछताछ में इन्होंने बताया कि गाजियाबाद निवासी अंकित से ठगी सीखी। पुलिस अब अंकित की तलाश कर रही है।

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