दिल्ली की हालत खराब, कम बारिश से बढ़ने लगा वायु प्रदूषण
राजधानी दिल्ली में जून-जुलाई की अपेक्षा अगस्त में कम बारिश हुई है। पहले दो महीने में दिल्ली में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई थी। जबकि, अगस्त के पहले पखवाड़े में सामान्य से 59 मिलीमीटर के लगभग कम बारिश...
राजधानी दिल्ली में जून-जुलाई की अपेक्षा अगस्त में कम बारिश हुई है। पहले दो महीने में दिल्ली में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई थी। जबकि, अगस्त के पहले पखवाड़े में सामान्य से 59 मिलीमीटर के लगभग कम बारिश हुई है।
कम बारिश से वायु प्रदूषण की मात्रा फिर से बढ़ने लगी है। आमतौर पर जून-जुलाई में सामान्य तौर पर 276.6 मिलीमीटर बरसात हुआ करती है। लेकिन, इस वर्ष इन दो महीनों में 326.3 मिलीमीटर बरसात हुई। यह सामान्य से 18 फीसदी तक ज्यादा रही। इसमें भी जुलाई का महीना बरसात के लिहाज से खास रहा। जुलाई के महीने में आमतौर पर 210.6 मिलीमीटर बरसात होती है। लेकिन, इस बार 286.2 मिलीमीटर बरसात हुई। यह सामान्य से 36 फीसदी ज्यादा रहा। हालांकि, जून और जुलाई में बनाई मानसून की यह बढ़त अगस्त के महीने में घुलती हुई नजर आ रही है। मौसम विभाग के मुताबिक इस महीने अभी तक बरसात सामान्य से कम दर्ज की गई है। अगस्त के पहले पखवाड़े में आमतौर पर 132.7 मिलीमीटर बरसात होती है। लेकिन, अभी तक 73.1 मिलीमीटर बरसात ही हुई है। इस तरह पहले पखवाड़े में सामान्य से 59.6 मिलीमीटर की कमी हुई है।
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प्रदूषण में उतार-चढ़ाव-
बारिश नहीं होने के चलते हवा में प्रदूषण की मात्रा में फिर से बढ़ोतरी का क्रम देखने को मिल रहा है। 13 अगस्त की रात 9:30 बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम-10 की मात्रा 88.7 थी। जबकि, बुधवार को दिन में सुबह 10 बजे हवा में पीएम-10 का स्तर 132.6 तक पहुंच गया। हवा में पीएम-10 कणों की मात्रा सौ के स्तर से नीचे रहने पर ही उसे स्वास्थ्यकर माना जाता है।
बारिश नहीं होने के चलते दिल्ली के लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार के दिन भी दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में सुबह तीखी धूप निकली। हालांकि, बीच-बीच में बादलों की आवाजाही बनी रही। मौसम विभाग के सफदरजंग केन्द्र में अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो कि सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा है।