कॉमेट ब्राउजर ईमेल, मीटिंग, डाटा और रोजमर्रा के काम खुद संभालेगा : अरविंद श्रीनिवास
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) अब काम करने के तरीके को बदल रही है। पर्प्लेक्सिटी की कॉमेट ब्राउजर बिना मानवीय देखरेख के ईमेल, मीटिंग, डेटा और अन्य कार्य संभाल सकता है। सीईओ अरविंद श्रीनिवास ने कहा कि यह...

नई दिल्ली, एजेंसी। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) अब सिर्फ तकनीक नहीं बल्कि काम करने का तरीका बदल रही है। अमेरिकी कंपनी पर्प्लेक्सिटी का कॉमेट ब्राउजर इस बदलाव का उदाहरण है। कंपनी के सीईओ अरविंद श्रीनिवास के अनुसार, यह एआई ब्राउजर बिना किसी मानवीय देखरेख के ईमेल, मीटिंग, डाटा और रोजमर्रा के काम खुद संभाल सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में यह गूगल क्रोम की जगह ले सकता है। उन्होंने इसे ‘सच्चा निजी सहायक करार दिया। श्रीनिवास ने अमेरिका के एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, कॉमेट ब्राउजर लोगों के रोजमर्रा के कामों को बदल सकता है। इतना ही नहीं, यह भविष्य में कर्मचारियों की जरूरत को कम कर सकता है और कंपनियों की उत्पादकता बढ़ा सकता है।
अब कंपनियां कर्मचारी रखने की बजाय कॉमेट ब्राउजर का इस्तेमाल करके खर्च और समय दोनों बचा सकती हैं। उन्होंने कहा, यह सिर्फ इंसानों का सहायक नहीं, बल्कि पूरी तरह एक स्मार्ट साथी बन सकता है, जो काम को स्वचालित रूप से संभालेगा। खुद कर सकता ये सब काम 1. ईमेल प्रबंधन : ईमेल पढ़ना, जवाब तैयार करना और जरूरी मेल्स को प्राथमिकता देना। 2. मीटिंग शेड्यूल करना : कैलेंडर में मीटिंग का समय तय करना और रिमाइंडर भेजना। 3. कार्य व्यवस्थित करना : टू-डू लिस्ट बनाना और कामों को प्राथमिकता के हिसाब से क्रमबद्ध करना। 4. डाटा विश्लेषण : डाटा को पढ़कर रिपोर्ट तैयार करना और महत्वपूर्ण जानकारी निकालना। 5. सूचना खोजना : इंटरनेट या डाटाबेस से जरूरी जानकारी खोजना। 6. रिपोर्ट तैयार करना : आपके काम के लिए ऑटोमैटिक रिपोर्ट और दस्तावेज बनाना। 7. अपडेट करना : जरूरत के अनुसार मीटिंग, ईमेल या टू-डू लिस्ट अपडेट करना। अब सभी के लिए मुफ्त पर्प्लेक्सिटी ने कॉमेट ब्राउजर को सभी उपयोगकर्ताओं के लिए मुफ्त कर दिया है। पहले यह 200 डॉलर प्रति माह के सदस्यता प्लान में था। अब कोई भी व्यक्ति इसे डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकता है। श्रीनिवास ने एक्स पर इसकी पुष्टि करते हुए लिखा, कॉमेट अब सभी (मुफ्त, प्रो और मैक्स उपयोगकर्ताओं) के लिए उपलब्ध है। बिना कहे काम करेंगे एआई अरविंद श्रीनिवास ने कहा, भविष्य में ऐसे एआई होंगे जो बिना कहे आपके लिए काम करेंगे, भले ही आप सो रहे हों। उनका मानना है कि यह तकनीक कर्मचारियों को साधारण और समय लेने वाले कामों से मुक्त कर सकती है और उन्हें अधिक रचनात्मक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर दे सकती है। उन्होंने कहा, भविष्य में एआई सिर्फ उपकरण नहीं होगा, बल्कि आपके लिए काम करने वाला एक साथी होगा, जो आपकी जरूरत समझेगा और काम करेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




