शिकंजा
नई दिल्ली। वरिष्ठ संवाददाता
आर्थिक अपराध शाखा ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का झांसा देकर ठगी करने वाले 60 साल के उमेश वर्मा को गुरुवार को आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार उमेश पर साथियों के साथ 45 लोगों से सवा दो करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि मंगोलपुरी निवासी टीकाराम की शिकायत पर बीते साल सितंबर में एफआईआर दर्ज की गई थी। पीड़ित ने बताया कि उमेश वर्मा अपने परिजनों और सहयोगियों के साथ ज्वेलर के कारोबार से जुड़ा था। बाराखंभा इलाके में स्थित एक इमारत में आरोपियों ने क्रिप्टोकरेंसी कारोबार का दफ्तर खोल रखा था। आरोपियों ने इसमें निवेश करने पर 20 से 30 फीसदी प्रति माह लाभ का लालच दिया। पीड़ित ने पांच लाख रुपये निवेश कर कर दिए लेकिन बाद में सभी आरोपी दिल्ली में अपना कारोबार समेटकर दुबई चले गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एफआईआर दर्ज करते समय कुल 45 लोगों की शिकायत मिली थी जिनसे सवा दो करोड़ रुपये की ठगी की गई थी। पीड़ित ने बताया कि निवेशक लाने पर उसे कमीशन का भी झांसा दिया गया था।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि आरोपी अपने परिवार सहित दुबई में बस गया था। पुलिस को सूचना मिली कि उमेश वापस दिल्ली किसी काम से आ रहा है। इसी जानकारी के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अब इस मामले में वांछित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है।