स्मार्ट की से वाहन चुराने वाला सरगना सिविल इंजीनियर गिरफ्तार
दक्षिणी जिले के एएटीएस ने स्मार्ट चाबी की मदद से वाहन चुराने वाले गिरोह के सरगना सिविल इंजीनियर सुभाष तिवारी को आठ साथियों संग 20 अगस्त को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से चोरी की सात गाड़ियां, चाभी...
दक्षिणी जिले के एएटीएस ने स्मार्ट चाबी की मदद से वाहन चुराने वाले गिरोह के सरगना सिविल इंजीनियर सुभाष तिवारी को आठ साथियों संग 20 अगस्त को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से चोरी की सात गाड़ियां, चाभी बनाने वाली अत्याधुनिक मशीन और 177 स्मार्ट चाभी मिली हैं।
दक्षिणी जिले के एएटीएस को 20 अगस्त को सूचना मिली थी, वाहन चोरी में वांछित नीरज तिवारी व जितेंद्र कुमार महिपालपुर की ओर से गुड़गांव जाएंगे। सूचना पर इंस्पेक्टर एएटीएस रिचपाल सिंह ने रजोकरी फ्लाईओवर पर वाहनों की जांच शुरू की। पुलिस को देर रात दो बजे बिना नंबर प्लेट वाली एक गोल्डन रंग की होंडा सिटी कार आती दिखी। शक होने पर कार सवार नीरज और उसके साथी जितेंद्र को पुलिस ने दबोच लिया। तलाशी में आरोपियों के पास से 6 हाई सेंसर वाली चाबियां मिलीं। जिस कार से आरोपी आए थे, वह मालवीय नगर इलाके से चुराई गई थी। इसके बाद पुलिस दोनों को पकड़कर गुड़गांव भी ले गई, जहां से उनके तीसरे साथी नरेश चावला को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूरे एनसीआर में फैला है नेटवर्क
तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने साथियों के नाम भी बता दिए। इनकी निशानदेही पर गिरोह सरगना सुभाष तिवारी देवरिया से पकड़ा गया। बाद में गिरोह के चार और सदस्यों पकड़ में आए। गिरफ्तार आरोपियों में गुरुग्राम का नीरज कुमार तिवारी, लोनी निवासी जितेंद्र कुमार, नरेश चावला निवासी सेक्टर-4 गुड़गांव, यूपी देवरिया निवासी सुभाष तिवारी, नासिर और शौकत अली निवासी, मोहसिन, वसीम व आसिम निवासी कल्याणपुरी शामिल हैं।
पांच लाख की किट बरामद
आरोपियों के पास से पुलिस को पांच लाख की किट भी बरामद हुई है। पहले ये स्मार्ट चाभी की मदद से ईसीएम की प्रोगामिंग करते थे। फिर ये लोग चाभी का क्लोन तैयार करते थे। गिरोह गाड़ियां चुराकर पूर्वोत्तर राज्यों के दूरदराज के इलाकों में बेचता था।