मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री डी.डी. लपांग का निधन
93 वर्षीय नेता डी.डी. लपांग का शिलांग में निधन हो गया। वे लंबे समय से आयु संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके अंतिम संस्कार को सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। लपांग ने 1972 में राजनीति में...

आयु संबंधी समस्याओं जूझ रहे थे 93 वर्षीय नेता डी.डी. लपांग सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा अंतिम संस्कार शिलांग, एजेंसी। मेघालय के चार बार मुख्यमंत्री रहे 93 वर्षीय डी.डी. लपांग का यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। लपांग लंबे समय से आयु संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके परिवार ने यह जानकारी दी। डॉ. डोनवा डेथवेल्सन लपांग के परिवार में उनकी पत्नी अमेथिस्ट लिंडा जोंस ब्लाह और दो संतान हैं। उपचार के दौरान शुक्रवार शाम एक अस्पताल में लपांग का निधन हो गया। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री लपांग का सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
लपांग के निधन के समय पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के नेता विंसेंट एच पाला अस्पताल में मौजूद थे। विभिन्न नेताओं और आम लोगों समेत सभी वर्ग के लोग अस्पताल और बाद में नोंगपोह स्थित उनके आवास पर लपांग को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। लापांग का जन्म दस अप्रैल, 1932 को हुआ था। उन्होंने 1972 के विधानसभा चुनाव में नोंगपोह सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल कर राजनीति में प्रवेश किया था। वह 1992 से 2010 के बीच, चार बार पूर्वोत्तर राज्य मेघालय के मुख्यमंत्री रहे। लपांग 2018 में कांग्रेस छोड़कर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) में शामिल हो गए थे और राज्य सरकार के मुख्य सलाहकार थे। उन्हें री-भोई जिले के निर्माता के रूप में भी याद किया जाता है, जो 1992 में अस्तित्व में आया। एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले लापांग ने एक समय अपनी मां की चाय की दुकान चलाने में मदद की थी। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने से पहले एक मजदूर, शिक्षक और सरकारी कर्मचारी के रूप में काम किया था।
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