
क्या ये भी ट्रम्प के दबाव में हो रहा? कितना झुकोगे? भारत-पाक मैच को लेकर PM पर भड़के केजरीवाल
संक्षेप: आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भारत-पाकिस्तान के बीच कल दुबई में होने वाले क्रिकेट मैच को लेकर विरोध किया और पाक टीम का पुतला फूंका। उन्होंने कहा, पहलगाम की विधवाओं को धोखा देकर पाकिस्तान के साथ हो रहे क्रिकेट मैच का हम विरोध करते हैं |
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में खेले जा रहे एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच महत्वपूर्ण मुकाबला खेला जाएगा। हालांकि अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में जारी पाकिस्तान विरोधी भावनाओं के बीच इस मैच को लेकर लोगों में कुछ खास उत्साह नहीं देखा जा रहा है। इसी बीच तमाम राजनीतिक दल भी पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने को लेकर केंद्र सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। इसी बीच शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मैच के होने की जरूरत को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से तीखा सवाल पूछा है। उन्होंने पूछा है कि क्या सरकार ने इसे कराने का फैसला भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दबाव में लिया है।

इस बारे में पीए मोदी से प्रश्न करते हुए पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'प्रधानमंत्री जी को पाकिस्तान के साथ मैच करवाने की आख़िर क्या ज़रूरत है? सारा देश कह रहा है कि यह मैच नहीं होना चाहिए। फिर ये मैच क्यों करवाया जा रहा है? क्या ये भी ट्रम्प के दबाव में किया जा रहा है? आख़िर ट्रम्प के आगे कितना झुकोगे?' आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस मैच को पहलगाम की विधवाओं के साथ धोखा करार दिया।
पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने सिंधु जल समझौता स्थगित करते हुए कहा था, खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता। उसी तरह कई AAP नेताओं ने भी इस मैच का विरोध करते हुए पीएम की तर्ज पर कहा, ‘खून और क्रिकेट एक साथ नहीं चलेगा’। पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘ऐसी क्या मजबूरी है कि हमारी बहनों की मांग का सिंदूर मिटाने वालों के साथ क्रिकेट मैच खेला जाए। हम इसका कड़ा विरोध और बहिष्कार करते हैं।’
उधर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भी इस मैच के विरोध में शुक्रवार को पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का पुतला जलाया। इस दौरान उन्होंने कहा, '26 महिलाओं का सिंदूर मिटा दिया गया। आतंकवादियों ने उन्हें निशाना बनाया और मार डाला। पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने हमारी बहनों के बारे में अपमानजनक पोस्ट की। हमारी टीम ऐसे लोगों के साथ क्रिकेट कैसे खेल सकती है? सरकार ऐसा कैसे कर सकती है? हम कहते थे कि व्यापार और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते, पानी और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते, बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते। तो क्रिकेट और आतंकवाद साथ-साथ कैसे चल सकते हैं? हमारी अंतरात्मा इस तरह कैसे मर सकती है कि हम पाकिस्तानियों के साथ क्रिकेट खेलने को तैयार हैं ताकि बीसीसीआई और आईसीसी को राजस्व मिले, ताकि प्रसारणकर्ता करोड़ों कमा सकें? यह बहुत शर्मनाक है।'





