
नूंह में लड़की किडनैप कर कबूलवाया इस्लाम, मौलवी और मुख्य आरोपी अरेस्ट
संक्षेप: नूंह में अपहरण करने के बाद एक 17 साल की लड़की को जबरन इस्लाम कबूलवाने और शादी के लिए मजबूर करने के मामले में एक मौलवी और अन्य को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में जुर्म कबूल कर लिया है।
नूंह में अपहरण करने के बाद एक 17 साल की लड़की को जबरन इस्लाम कबूलवाने और शादी के लिए मजबूर करने के मामले में पुलिस ने एक मौलवी और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि उन्होंने लड़की को जबरन इस्लाम धर्म अपनाने और शादी के लिए मजबूर किया था। पुलिस ने दो अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है। उनसे भी पूछताछ हो रही है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मौलवी रईस उद्दीन और मुख्य आरोपी तारिक के रूप में हुई है। दोनों ही नूंह जिले के भदनपुर गांव के निवासी हैं। पुलिस ने कथित तौर पर उनके कब्जे से 'निकाह' के फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। दोनों को नूंह अदालत में पेश किया गया। इसके बाद दोनों को ही दो दिन की रिमांड पर लिया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि तारिक 20 अगस्त को शादी का झांसा देकर कथित तौर पर बिहार की रहने वाली नाबालिग लड़की को भगा ले गया था। परिजनों ने कई दिनों तक लड़की की तलाश की। लड़की जब परिवार को नहीं मिली तब उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद 26 सितंबर को सदर ताउरू थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
अगले ही दिन पुलिस ने तारिक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने लड़की को तारिक के चंगुल से बरामद कर लिया। पूछताछ के दौरान तारिक ने कथित तौर पर कुछ फर्जी दस्तावेज दिखाए। उसने दावा किया कि उसने लड़की से निकाह कर लिया है। लड़की नाबालिग नहीं है।
जांच में पता चला कि निकाहनामा में दर्ज गवाहों के फर्जी हैं। मौलवी रईसुद्दीन ने निकाह कराने में भूमिका निभाई थी। इस आधार पर उसे दबोचा गया। पुलिस ने कहा कि निकाह और निकाहनामा दोनों फर्जी थे। आरोपियों ने पीड़िता की सहमति के बिना धर्म परिवर्तन के जरिए निकाह कराया। आरोपियों ने पीड़िता को शारीरिक संबंध बनाने के लिए भी मजबूर किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।





