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महिलाओं ने मातृत्व वंदना योजना का लाभ उठाया

गुरुग्राम। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत जिले में 21 हजार 634 गर्भवती महिलाओं...

महिलाओं ने मातृत्व वंदना योजना का लाभ उठाया
हिन्दुस्तान टीम,गुड़गांवTue, 09 Feb 2021 11:40 PM
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गुरुग्राम। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत जिले में 21 हजार 634 गर्भवती महिलाओं द्वारा लाभ उठाया गया है। योजना के तहत अब तक जिले में आठ करोड़ 29 लाख दो हजार रुपये की राशि महिला लाभार्थियों को वितरित की जा चुकी है। इन महिलाओं को पांच हजार रुपये तक का मातृत्व लाभ दिया जाता है।

योजना के बारे में जानकारी देते हुए जिला उपायुक्त डॉ. यश गर्ग ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार देने और भावी पीढ़ी के स्वास्थ्य की दिशा में चलाई जा रही यह योजना मील का पत्थर साबित हो रही है। फरवरी माह में ही इस योजना के लिए अब तक 625 महिलाओं द्वारा आवेदन किया जा चुका है।

लाभ लेने के लिए आधार सहित अन्य दस्तावेज जरूरी

उपायुक्त ने बताया कि महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अच्छा पोषण मिले और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत हुई है। इस योजना का लाभ किसी भी सरकारी विभाग में कार्यरत महिला को नहीं दिया जाता। पात्र महिला अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र व सर्कल सुपरवाइजर से संपर्क कर आवेदन कर सकती है। आवेदन के साथ राशन कार्ड, महिला व उसके पति के आधार कार्ड, बैंक खाते की पासबुक की प्रति संलग्न करनी अनिवार्य है।

तीन किश्तों में दी जाती है सहायता राशि

इस योजना के तहत सहायता राशि का भुगतान तीन किश्तों मे किया जाता है। पहली किश्त, महिला के तीन महीने की गर्भावस्था पर एक हजार रुपये की दी जाती है। दूसरी किश्त छह महीने की गर्भावस्था अवधि पूरी होने पर दो हजार रुपये की दी जाती है और अंतिम व तीसरे किश्त दो हजार रूपये की नवजात शिशु के जन्म के पंजीकरण के बाद व बच्चे के बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी व हेपेटाइटिस-बी टीके की रिपोर्ट के आधार पर दी जाती है। तीनों किश्तों की राशि सीधे पात्र महिला के बैंक खाते में डाली जाती है। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनैना खत्री ने बताया कि इस योजना को लेकर महिलाओं में जागरूकता अपेक्षाकृत बढ़ी है। महिलाएं बढ़-चढ़ कर इस योजना के तहत पंजीकरण करवा रही हैं, जिससे कि वह स्वयं के साथ साथ होने वाले शिशु का भी ध्यान रख सकें।

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