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कोविड जांच रिपोर्ट न मिलने के इंतजार में हो रहे तनाव ग्रस्त

संक्रमण से बचाव के लिए लोग समय पर जांच और टीकाकरण कराने के लिए जागरूक

कोविड जांच रिपोर्ट न मिलने के इंतजार में हो रहे तनाव ग्रस्त
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,गुड़गांवTue, 27 Apr 2021 11:30 PM
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संक्रमण से बचाव के लिए लोग समय पर जांच और टीकाकरण कराने के लिए जागरूक हुए हैं। खुद ब खुद लोग टीका लगवाने के लिए और नमूने देने के लिए आगे आ रहे हैं, लेकिन समय पर जांच रिपोर्ट नहीं मिल पाने के कारण उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। रिपोर्ट का इंतजार लोगों में तनाव बढ़ा रहा है। रिपोर्ट आने तक लोगों को यह चिंता सता रही है कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी या निगेटिव है। सरकारी केंद्र हो या निजी दोनों ही जगह से जांच के लिए नमूना देने के बाद रिपोर्ट आने में चार से पांच दिन का समय लग रहा है।

जांच रिपोर्ट के लिए लोग कई दिनों तक लगातार जांच केंद्रों और लैब के चक्कर लगाने पर मजबूर हो रहे हैं। इसके अलावा वह दिन रात प्रशासन की ओर से दिए गए हेल्पलाइन नंबर सहित बनाए गए पोर्टल पर और सोशल मीडिया पर भी अपनी रिपोर्ट के बारे में जरूरत जानकारी हासिल करने में लगे हुए हैँ। रिपोर्ट का इंतजार लोगों की सांस भी फुला रहा है। जिन लोगों को ज्यादा लक्षण हैं समय पर उनकी रिपोर्ट न मिलने की वजह से वह समय पर इलाज भी शुरू नहीं करवा पा रहे हैं। वहीं रिपोर्ट का बढ़ता इंतजार दूसरों के लिए भी खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट के लिए नमूने देने वाले के जांच केंद्र पर आने से जहां वहां मौजूद अन्य लोगों में भी उससे संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है, वहीं परिवार के सदस्य भी रिपोर्ट आने तक उसके संपर्क में ही रह रहे हैं। जिसकी वजह से उनमें भी संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है। जांच के लिए नमूना देने वाले के अलावा उसके परिवार के सदस्य भी रिपोर्ट न मिलने से परेशान हैं। जिले में सरकारी लैब से अभी भी छह हजार से ज्यादा नमूनों की रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं निजी लैब में भी लगभग इतने ही नमूनों की रिपोर्ट लंबित पड़ी हुई है।

नमूने देने के लिए भी लग रहे घंटों

रिपोर्ट के इंतजार के अलावा जांच कराने के लिए भी लोगों को जंग लड़नी पड़ रही है। नमूने देने के लिए लोगों को तीन से चार घंटे और कई बार इससे ज्यादा देर तक भी कतारों में खड़े रहना पड़ रहा है। सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल में पहले संदिग्ध को ओपीडी कार्ड बनवाने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। भीड़ अधिक होने के कारण वहां एक से डेढ घंटे का समय लग रहा है। इसके बाद फ्लू ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के लिए भी दूसरी कतार में करीब आधे घंटे का इंतजार करना पड़ता है। डॉक्टर द्वारा कोविड जांच लिखे जाने पर फिर नमूना देने के लिए तीसरी कतार में लगना पड़ता है। वहां भी घंटों का समय व्यर्थ जा रहा है।

अमित गोयल ने बताया कि उनके पिता ने 21 अप्रैल को कोविड जांच के लिए नमूने दिए थे, लेकिन रिपोर्ट अभी तक भी नहीं मिली है। निजी लैब से उन्होंने जांच करवाई थी, लेकिन अब उनके उपभोक्ता सहायता नंबर पर भी कोई जवान नहीं मिल रहा है। वहीं अचिन गुप्ता ने बताया कि उन्होंने और उनके परिवार के अन्य दो लोगों ने भी निजी लैब में कोविड जांच के लिए नमूने दिए थे। पांच दिन बाद निजी लैब ने मैसेज के जरिये उन्हें रिपोर्ट भेजी, लेकिन वह रिपोर्ट उनमें से किसी भी नहीं थी। लैब ने दूसरे लोगों की रिपोर्ट उन्हें भेज दी और उन्हें अपनी रिपोर्ट मिलने का अभी भी इंतजार है।

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