द्रोणाचार्य नगरी से महाकुम्भ के लिए 40 हजार थाली और थैले भेजे
आरएसएस पर्यावरण गतिविधि ने प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से होने वाले महाकुम्भ को हरितकुम्भ बनाने का बीड़ा उठाया है। पहले चरण में 40 हजार स्टील थाली और कपड़े के थैले भेजे गए हैं। इस अभियान का उद्देश्य...

आरएसएस पर्यावरण गतिविधि ने हरित कुम्भ बनाने के लिए उठाया बीड़ा- गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आगामी मकरसंक्राति से प्रारम्भ हो रहे महाकुम्भ को हरितकुम्भ बनाया जाएगा। इस परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से आरएसएस पर्यावरण गतिविधि ने गुरु द्रोणाचार्य नगरी से 40 हजार से अधिक स्टील थाली व कपड़े के थैले की पहली खेप बुधवार को रवाना की। इस सामग्री को कादीपुर स्थित बाबा रतनदास आश्रम के संचालक महामंडलेश्वर बाबा सेवादास ने पूजन के बाद श्रीफल तोड़कर इसे प्रयागराज के लिए रवाना किया। आरएसएस पर्यावरण गतिविधि की ओर से प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुम्भ मेले को सिंगलप्लास्टिक मुक्त व हरित कुम्भ बनाने के लिए अधिक से अधिक कपड़े के थैले व स्टील की थाली प्रयोग करने का बीड़ा उठाया गया है। देशभर से थैले व थाली एकत्रित की जा रही है। गुरु द्रोणाचार्य यानी गुरुग्राम में भी घर-घर से यह अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को 20 हजार से अधिक थाली व 20 हजार कपड़े के थैले भेजे गए। महामंडलेश्वर बाबा सेवा दास ने कहा कि महाकुम्भ जैसे पवित्र मेले को शुद्ध बनाने के लिए यह एक सार्थक व अनुकरणीय प्रयास है। हमे अपने प्राकृतिक संसाधनों को दूषित होने से बचाना होगा। विशेषकर अपनी पवित्र नदियों को शुद्ध रखने के लिए सम्पूर्ण समाज को रचनात्मक प्रयास करने होंगे। इस बार महाकुम्भ मेले में केवल अखाड़ों में ही देश विदेश से लगभग 45 करोड़ साधु संत आने का अनुमान है। आरएसएस का थैले और थाली घर-घर से एकत्रित करके महाकुम्भ में भेजना कुम्भ की पवित्रता बनाए रखना व पर्यावरण संरक्षण के लिए श्रेष्ठ कार्य है।
त्रिवेणी को अगर स्वच्छ बनाना है:
आरएसएस महानगर संघचालक जगदीश ग्रोवर ने कहा कि तीर्थ यात्रियों द्वारा भोजन सहित अन्य उपयोग की वस्तुओं में प्लास्टिक का बड़ी मात्रा में प्रयोग किया जाता है। जिसमें हजारो टन डिस्पोजल जमा होता है। त्रिवेणी को अगर स्वच्छ बनाना है और प्रदूषण से मुक्त रखना है तो ऐसे सार्थक प्रयास करने होंगे। यह भी एक प्रकार से राष्ट्र धर्म ही है। इस मौके पर शिक्षाविद डॉ. अशोक दिवाकर, सह प्रान्त सेवा प्रमुख हरीश कुमार, विभाग प्रचार प्रमुख अनिल कश्यप, सह विभाग प्रचार प्रमुख शरद जिंदल, मोहित, विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रमुख अनुराग कुलश्रेष्ठ, पर्यावरण गतिविधि से सुषमा, संदीप माजरा, सतेंद्र कुमार, विश्वनाथ, अतुल कुमार, जोगेंद्र कुमार, रुचि सक्सेना आदि लोग उपस्थित रहे।
50 हजार थैले व थालियां भेजने का लक्ष्य:
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के विभाग संयोजक विनोद व महानगर संयोजक विकास शर्मा ने कहा कि यह पहली खेप भेजी गई है, जल्दी ही दूसरी खेप भी भेजी जाएगी। गुरुग्राम से 50 हजार थैले व थालियां भेजने का लक्ष्य रखा गया है। महाकुम्भ को हरितकुंभ बनाने, हर घर को कुंभ बनाने व जन-जन को कुम्भ बनाने का तीन चरणों में यह अभियान चलाया गया था। लोगों में थैले और थाली देने का भारी उत्साह दिखाई दिया है। बड़ी संख्या में लोगों ने अपने स्तर ही थैले व थाली एकत्रित किए जा रहे है। जल्द ही उन्हें भी इकट्ठा करके प्रयागराज भेजा जाएगा।
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