पानी के लिए धरने पर बैठे व्यक्ति की तबीयत खराब
गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। पानी की लाइन में बरती गई लापरवाही के कारण...
गुरुग्राम। नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। पानी की लाइन में बरती गई लापरवाही के कारण गांव डूंडाहेड़ा में 200 से ज्यादा घरों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। पेयजल आपूर्ति नहीं होने से परेशान गांव के ही नरेश यादव नौ जुलाई से भूख हड़ताल पर बैठा हुआ है। सोमवार को जब नरेश की तबियत खराब हुई तो निगम अधिकारियों ने मौके पर पहुंच गांव में पेयजल आपूर्ति में आ रही समस्या को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया, लेकिन हड़ताल पर बैठे नरेश ने कहा कि जब तक अधिकारी इस समस्या का स्थानीय समाधान की कार्य योजना उन्हें नहीं दिखाएंगे तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
भूख हड़ताल पर बैठे गांव डूंडाहेड़ा निवासी नरेश यादव ने बताया कि निगम की तरफ से उनके गांव में 2017 में पानी की लाइन डाली गई थी। इसके बाद से गांव की जाटव चौपाल के पास करीब 200 से 250 घरों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पाई है। बीते चार साल से लोग ट्यूबवैलों और टैंकरों से पानी मंगवाकर गुजारा करना पड़ रहा है। आरोप है कि निगम अधिकारियों ने लापरवाही बरतते हुए पानी की लाइन को सही तरीके से नहीं डाला, इस कारण गांव में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
- हर जगह शिकायत के बाद नहीं हुआ समाधान, तो बैठे भूख हड़ताल पर
नरेश ने बताया कि पेयजल आपूर्ति की मांग को लेकर वह कई बार निगम अधिकारियों से मिले और शिकायत की, मगर समस्या का समाधान नहीं हो पाया। लगातार शिकायतों के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो शनिवार नौ जुलाई को सुबह नौ बजे से निगम पार्षद के कार्यालय में नरेश भूख हड़ताल पर बैठ गए। सोमवार को जब नरेश की अचानक तबियत खराब हुई तो निगम अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जल्द समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया है।
गांव डूंडाहेड़ा में पानी की लेकर क्या परेशानी आ रही है इसकी जांच कर जल्द समस्या का समाधान करवाया जाएगा। इसको लेकर अधिकारियों की एक टीम को मौके पर भेजा गया है।
-टीएल शर्मा, मुख्य अभियंता, नगर निगम, गुरुग्राम
