आदेश के बाद भी अवैध वेंडरों पर कार्रवाई नहीं
शहर में अवैध रूप से चल रहे वेंडर नहीं हटाए गए। सैकड़ों अवैध वेंडर सड़कों किनारे लगे हुए हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नगर निगम के उप आयुक्त...
शहर में अवैध रूप से चल रहे वेंडर नहीं हटाए गए। सैकड़ों अवैध वेंडर सड़कों किनारे लगे हुए हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नगर निगम के उप आयुक्त विजय पाल यादव ने निगम के चारो जोन के लिए अगल-अलग टीमें बनाई है। टीमों को निर्देश दिए थे कि एक सप्ताह में अवैध वेंडरों पर कार्रवाई कर लिखित में रिपोर्ट सौंपे। आदेश के 12 दिन बीत जाने के बाद भी टीमों ने एक भी अवैध वेंडर पर कार्रवाई नहीं की। इसे साफ हो गया है कि निगम अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध वेंडर चल रहे हैं। कई ऐसे हैं जो पांच से अधिक रेहड़ी लेकर हजारों रुपये किराये पर दिया हुआ है।
निगम सदन में मुद्दा के बाद टीम बनी:
18 नवंबर 2020 को सदन की बैठक में अवैध वेंडरों को हटाने का प्रस्ताव पास किया गया था। इसके बाद अवैध वेंडरों की जांच कराई गई। जिसमें सेक्टरों के ग्रीन बेल्टों में सैड़कों अवैध रूप से वेंडर संचालित करते पाए गए। जांच रिपोर्ट के बाद निगम के उपआयुक्त डॉ.विजय पाल ने 7 जनवरी को कार्रवाई करने के आदेश जारी किए। उन्होंने चारो जोन के लिए एक-एक टीम बनाई। इसमें जोन-1 में मोहित धींगड़ा, जोन-2 में दिनेश कुमार, जोन-3 में प्रवीन कुमार और जोन-4 में राजेश कुमार की टीम बनाई है। उन्होंने टीम को सात दिन के अंदर अवैध वेंडर(रेहड़ी) पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
आदेश के बाद टीम ने नहीं की कार्रवाई:
उपआयुक्त ने सभी टीमों को वेंडरों की सूची देकर निर्देश दिए थे। मौके पर जो भी वेंडर संबंधित सेक्टर में कार्य करते हुए पाए जाते हैं उन्हें अवैध मानकर कार्रवाई करें। इसके बाद कार्रवाई की लिखित में रिपोर्ट करने को कहा गया है। लेकिन एक भी अवैध वेंडर के खिलाफ नहीं हुई। आदेश देने वाले अधिकारी अब कह रहे हैं कि अवैध वेंडर नहीं होंगे। इसलिए टीम कार्रवाई नहीं की होगी।
-सिटी परियोजना अधिकारी से इस मामले की रिपोर्ट ली जाएगी। टीमो ने कितने अवैध वेंडरों पर कार्रवाई की।
विजय पाल यादव उप आयुक्त नगर निगम