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रामलीला: लक्ष्मण ने काटी सुपर्णखा की नाक

गुरुग्राम। वरिष्ठ संवाददाता जैकबपुरा स्थित श्रीदुर्गा रामलीला में सोमवार को शूर्पणखा की नाक कटने एवं खरदूषण के वध की कथा का मंचन किया गया। इस प्रसंग में कलाकारों ने शूर्पणखा के प्रसंग की प्रस्तुति...

रामलीला: लक्ष्मण ने काटी सुपर्णखा की नाक
हिन्दुस्तान टीम,गुड़गांवMon, 25 Sep 2017 07:55 PM
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गुरुग्राम। वरिष्ठ संवाददाता जैकबपुरा स्थित श्रीदुर्गा रामलीला में सोमवार को शूर्पणखा की नाक कटने एवं खरदूषण के वध की कथा का मंचन किया गया। इस प्रसंग में कलाकारों ने शूर्पणखा के प्रसंग की प्रस्तुति इस तरह से दी कि दर्शक हंसते हंसते लोटपोट हो गए। दृष्य एक: राम वन में मिलने आए भरत को समझा बुझाकर वापस भेजते हैं। भरत अपने सिर पर राम की खड़ाऊं रखकर बेमन से अयोध्या की ओर चल देते हैं। उधर, राम भी सीता एवं लक्ष्मण के संग पंचवटी रवाना हो जाते हैं। दृष्य दो: पंचवटी में शूर्पणखा से राम लक्ष्मण की मुलाकात होती है। राम को देख शूर्पणखा मोहित हो जाती है और सुंदर स्त्री का रूप लेकर राम के सम्मुख विवाह का प्रस्ताव रखती है। राम पहले तो उसे खूब समझाने का प्रयास करते हैं, लेकिन जब वह नहीं मानती है तो कहते हैं कि उनकी शादी हो चुकी है और वह चाहे तो लक्ष्मण से बात कर सकती है। उधर, लक्ष्मण भी उसे भाव नहीं देते हैं। इस बात से शूर्पणखा नाराज हो जाती है और यह कहते हुए सीता पर हमला करने का प्रयास करती है कि इन्हीं के चलते राम उसके प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। लेकिन सीता तक पहुंचने से पहले ही राम का इशारा पाकर लक्ष्मण उसकी नाक काट लेते हैं। दृष्य तीन: शूर्पणखा अपनी कटी हुई नाक लेकर अपने भाई खर और दूषण के पास पहुंचती है और उन्हें अपने साथ हुए अत्याचार की दास्तां सुनाती है। वह उन्हें भड़काते हुए कहती है कि उनके राज्य में उनकी ही बहन की नाक कट जाती है। ऐसे में उन्हें डूब मरना चाहिए। शूर्पणखा के भड़काने पर खर दूषण दोनों भाई क्रोध में आ जाते हैं और 14 हजार सैनिक लेकर हमला बोल देते हैं। दृष्य चार राम पर हमला करने पहुंचे 14 हजार सैनिकों को देख देवताओं को भय हो जाता है। वह डर जाते हैं कि राक्षसों की इतनी बड़ी सेना का यह दोनों भाई कैसे मुकाबला करेंगे। राम देवताओं के भय को भांप जाते हैं और थोड़ी देर तक युद्ध करने के बाद ऐसी माया रचते हैं कि सभी राक्षस एक दूसरे को राम समझ बैठते हैं और आपस में ही लड़ कर मर जाते हैं।

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