व्यापारियों ने छोटे मुद्दों पर कारण बताओ नोटिस का मुद्दा उठाया
गुरुग्राम में सीजीएसटी आयुक्त कार्यालय द्वारा इंटरेक्टिव सत्र आयोजित किया गया। व्यापारियों ने अपने मुद्दों का आंकलन कराया और उनकी शिकायतों का समाधान किया गया।

गुरुग्राम। करदाताओं के सामने आने वाले दिन-प्रतिदिन के मुद्दों का आंकलन और विश्लेषण करने के उद्देश्य से सीजीएसटी आयुक्त कार्यालय गुरुग्राम की ओर से सोमवार को सेक्टर-44 स्थित अपैरल हाउस में इंटरेक्टिव सत्र आयोजित किया गया। चर्चा में सीजीएसटी पंचकूला जोन के मुख्य आयुक्त उपेंद्र गुप्ता बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित पहुंचे। उन्होंने व्यापार प्रतिनिधियों के सुझाव व शिकायतों का स्वागत किया। उपस्थित व्यापारी प्रतिनिधियों को जीएसटी के विभिन्न पहलुओं के बारे में भी अवगत कराते हुए उनकी शंकाओं का समाधान भी किया। ओपन सत्र में व्यापारियों ने छोटे मुद्दों पर कारण बताओ नोटिस प्राप्त करना, छोटे मुद्दों/विसंगतियों के कारण ई-वे बिलिंग पोर्टल को अवरुद्ध करना, जीएसटीआर 3-B में माइनस आंकड़ों को स्वीकार न करना आदि जैसे विषयों पर अपनी शिकायतें और सुझाव भी साझा किए। जिनका समाधान वरिष्ठ जीएसटी अधिकारियों द्वारा उनकी सर्वोत्तम संतुष्टि के अनुसार किया गया।
व्यापारियों ने सुझाव दिया कि आरओडीटीईपी वर्तमान में पोर्ट वाइज उपलब्ध है, हालांकि इसकी आवश्यकता आईईसी के अनुसार है, जिस पर बताया गया कि यह मुद्दा सीमा शुल्क ईडीआई प्रणाली/आईसीईजीएटीई से संबंधित है, ऐसे में इस मामले को सीमा शुल्क गठन को भेजा जाएगा। ओपन हाउस सत्र के दौरान व्यापार प्रतिनिधियों को प्रोत्साहित किया गया कि वे समय समय पर अपने शिकायत और सुझाव आयुक्त कार्यालय अथवा सीसीओ पंचकूला स्तर पर सांझा कर सकते हैं। इस दौरान व्यापार प्रतिनिधियों ने विभाग द्वारा अपने करदाता तक पहुंचने के इन प्रयासों की सराहना करते हुए नियमित आधार पर ऐसे आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव भी दिया। इस अवसर पर सीजीएसटी गुरुग्राम आयुक्त कार्यालय के प्रधान आयुक्त पॉल राजेंद्र लाकड़ा, सीजीएसटी फरीदाबाद आयुक्त कार्यालय की आयुक्त सोफिया मार्टिन, आयुक्त(अपील) डॉ शैलेन्द्र कुमार सिन्हा, सीजीएसटी गुरुग्राम के आयुक्त (ऑडिट) राजेंद्र सिंह के साथ अपर आयुक्त अजीत कुमार समेत राज्य जीएसटी प्राधिकरण हरियाणा के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
