टीकाकरण के लिए 60 निजी स्कूल राजी नहीं
मिलेनियम सिटी के 60 निजी स्कूल खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान में शामिल होने के लिए राजी नहीं हैं। स्कूलों की दलील है कि वे अभिभावकों की बिना सहमति के बच्चों का टीकाकरण नहीं करवा सकते हैं। इनमें शहर के...
मिलेनियम सिटी के 60 निजी स्कूल खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान में शामिल होने के लिए राजी नहीं हैं। स्कूलों की दलील है कि वे अभिभावकों की बिना सहमति के बच्चों का टीकाकरण नहीं करवा सकते हैं। इनमें शहर के बड़े नामी स्कूल शामिल हैं।
प्रशासन के लिए सिरदर्द यह है कि अगर इतनी बड़ी संख्या में स्कूल अभियान से बाहर रहेंगे तो यह सफल कैसे होगा? गुरुवार को उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने खसरा-रुबेला टीकाकरण अभियान को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने कहा कि अभियान की शुरूआत के लिए वरिष्ठ अधिकारी स्कूलों में जाएंगे। वे सभी स्कूलों के प्रमुखों से बात करके यह सुनिश्चित करें कि वे अपने स्कूलों में 10वीं कक्षा तक के सभी बच्चों को ये टीके लगवाएं। जिले में 1887 कुल स्कूल हैं। इनमें 530 राजकीय स्कूल हैं जबकि 1357 स्कूल निजी हैं। आंगवाड़ी केंद्रों की संख्या 1033 है।
नहीं दी स्वीकृति
बैठक में उप सिविल सर्जन डॉ. नीलम थापर ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि जिले के लगभग 60 स्कूलों ने अभी तक टीकाकरण के लिए स्वीकृति नहीं दी है। 25 अप्रैल से शुरू होने वाले इस अभियान में जिला के 6 लाख 37 हजार 284 बच्चों को इन बीमारियों से बचाव के टीके लगाए जाने का लक्ष्य है। बैठक में सिविल सर्जन डा. बी के राजौरा भी मौजूद रहे।
क्या है अभियान?
खसरा-रुबेला टीकारण अभियान के अंतर्गत 9 महीने से 15 वर्ष तक के बच्चों को इन बीमारियों से बचाव के लिए टीका लगाया जाएगा। यह अभियान 25 अप्रैल से शुरू होकर 5 सप्ताह तक चलेगा। उन्होंने बताया कि अभियान में जिला के 1826 स्कूलों में टीकाकरण का कार्य किया जाएगा। बच्चे को एक टीकाकरण का कार्ड भी बनाकर दिया जाएगा।
टीका पूरी तरह से सुरक्षित:
बैठक में उपस्थित इंडियन अकादमी ऑफ पिडियाट्रिक्स (आईएपी) के सचिव डा. अभिषेक गोयल ने बताया कि यह वही टीका है जो प्राइवेट अस्पतालों में हम डॉक्टरों द्वारा लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। डॉ. गोयल ने कहा कि उनकी बेटियां सेक्टर-45 स्थित डीपीएस स्कूल में पढ़ती हैं और उन्हें भी यह टीका वहीं स्कूल में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभिभावक निसंकोच इसे लगवाएं।
कौन लगाएगा टीका:
टीकाकरण के लिए 4 व्यक्तियों की टीम बनाई गई है, जिसमें एक एएनएम, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर तथा एक वालंटियर शामिल हैं। स्कूलों से बाहर के क्षेत्रों मे जिला के 1033 आंगनवाड़ी केन्द्र भी शामिल हैं। उनके लिए टीकाकरण स्थल ज्यादातर मामलों में आंगनवाड़ी केन्द्र ही रहेगा।