दफ्तर से गायब रहने वाले हुडाकर्मियों की खैर नहीं
कोर्ट केस या अन्य आधिकारिक कार्यों के बहाने पूरे पूरे दिन दफ्तर से गायब रहने वाले कर्मचारियों पर हुडा प्रशासक चंद्रशेखर खरे ने नकेल कसनी शुरू कर दी है। उन्होंने हुडा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के...
कोर्ट केस या अन्य आधिकारिक कार्यों के बहाने पूरे दिन दफ्तर से गायब रहने वाले कर्मचारियों पर हुडा प्रशासक ने नकेल कसनी शुरू कर दी है। उन्होंने इस संबंध में गाइडलाइन जारी की है। इसमें साफ तौर पर कहा है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी बिना अपने उच्चाधिकारी की अनुमति के दफ्तर नहीं छोड़ेगा। वहीं एक बार दफ्तर से बाहर जाने के बाद काम होते ही तत्काल वापस अपनी सीट पर लौटना होगा। कोर्ट केस में जाने वालों को समय समय से पूरी सूचना टेलीफोन पर अपडेट करानी होगी।
हुडा प्रशासक चंद्रशेखर खरे ने साफ कर दिया है कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) के कामकाज में अब किसी भी स्तर पर लापरवाही एवं भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हुडा की सेवाएं ऑनलाइन होने के बाद से अब सभी तरह के कार्यों के लिए सिटीजन चार्टर लागू हो चुका है। ऐसे में अब किसी भी काम में देरी होने पर संबंधित अधिकारी या कर्मचारी को जिम्मेदार मानकर कार्रवाई की जाएगी।
व्हाइटनर के प्रयोग पर रोक
हाल ही में उजागर भ्रष्टाचार के कई मामलों को देखते हुए हुडा प्रशासक ने दफ्तर में व्हाइटनर के प्रयोग पर रोक लगा दी है। इसी के साथ पेंसिल से होने वाली मार्किंग को भी बंद करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि अब किसी भी तरह की मार्किंग या टिप्पणी बाल पेन से ही मान्य होगी।
वर्जन
हुडा के काम में पारदर्शिता लाने एवं लापरवाही के मामले खत्म करने के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी किया है। इन निर्देशों को तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया है। अधिकारी हों या कर्मचारी, सभी को अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव करना ही होगा। इसके बावजूद यदि गड़बड़ी होती है तो संबंधित के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी।
-चंद्रशेखर खरे, हुडा प्रशासक