Haryana Plans Three Waste-to-Energy Plants in Faridabad and Gurugram to Tackle Pollution and Power Shortage गुरुग्राम-फरीदाबाद में कूड़े से बिजली बनाने के संयंत्र लगेंगे, Gurgaon Hindi News - Hindustan
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गुरुग्राम-फरीदाबाद में कूड़े से बिजली बनाने के संयंत्र लगेंगे

फरीदाबाद और गुरुग्राम में कूड़े से बिजली बनाने के तीन संयंत्र लगाए जाएंगे। इनका संचालन अगले दो साल में शुरू होगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह परियोजना हरियाणा शहर स्वच्छता अभियान-2025 का...

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवThu, 11 Sep 2025 11:12 PM
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गुरुग्राम-फरीदाबाद में कूड़े से बिजली बनाने के संयंत्र लगेंगे

चंडीगढ़/फरीदाबाद मुख्य संवाददाता। फरीदाबाद और गुरुग्राम में कूड़े से बिजली बनाने वाले तीन (वेस्ट-टू-एनर्जी) संयंत्र लगाए जाएंगे। दो साल में इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा। सरकार ने इसके लिए योजना तैयार की है। शहरों को साफ रखना और बिजली की कमी दूर करना इसका मुख्य मकसद है। गुरुवार को शहर स्वच्छता अभियान-2025 की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह जानकारी दी। मंत्री विपुल गोयल भी बैठक में मौजूद थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कूड़े से बिजली बनाने वाले यंत्र लगाने के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद में विस्तृत योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठोस कचरे के निस्तारण की समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना हरियाणा शहर स्वच्छता अभियान-2025 का महत्वपूर्ण हिस्सा होगी और इससे दोनों जिलों में सफाई व्यवस्था मजबूत होगी। दो साल में शुरू होगा बिजली उत्पादन बैठक में निर्णय हुआ कि फरीदाबाद, गुरुग्राम और मानेसर में तीन वेस्ट-टू-एनर्जी संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले कुछ महीनों में इनकी स्थापना का काम शुरू कर दिया जाएगा और अगले 24 महीनों में बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इन संयंत्रों से प्रतिदिन उत्पन्न ठोस कचरे से बिजली बनाई जाएगी और इसे सीधे ग्रिड में छोड़ा जाएगा। इससे न केवल ऊर्जा की कमी पूरी होगी बल्कि प्रदूषण भी कम होगा। पर्यावरण संरक्षण और रोजगार के अवसर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन संयंत्रों के शुरू होने से पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों जैसे कोयला और पेट्रोलियम पर निर्भरता कम होगी। यह कदम कार्बन उत्सर्जन घटाने और पर्यावरण संरक्षण में अहम साबित होगा। उन्होंने बताया कि इन संयंत्रों से स्थानीय स्तर पर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इसके साथ ही यह पहल हरियाणा को स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाएगी और आने वाले समय में अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा बनेगी। जनसहभागिता और पारदर्शिता पर जोर मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि स्वच्छता केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि परियोजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि नगर निगम जिम्मेदारीपूर्वक काम करे और जनता को इस अभियान से जोड़े। लोगों को कचरे का पृथक्करण करने और वैज्ञानिक प्रबंधन में सक्रिय सहयोग देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा काम करने वाले शहरी निकायों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। त्योहारी सीजन में चमकेंगे शहर बैठक में अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा शहर स्वच्छता अभियान-2025 के तहत खास तौर पर सफाई और ठोस कचरा प्रबंधन पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके तहत डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने पर जोर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि, दशहरा और दिवाली जैसे त्योहारों पर विशेष अभियान चलाकर सड़कों, बाजारों और पार्कों की सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हरियाणा को स्वच्छता के मामले में देश में अग्रणी बनाया जाए।

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