ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCR गुरुग्रामबिल्डर की सौ एकड़ जमीन जब्त होगी

बिल्डर की सौ एकड़ जमीन जब्त होगी

ग्रीनो पोलिस प्रोजेक्ट को पूरा कराने के लिए हरेरा गुरुग्राम ओरिस और थ्री सी बिल्डर की सौ एकड़ जमीन को सीज करेगा। यह फैसला हरेरा बोर्ड ने मंगलवार को लिया। ऐसा होने पर बिल्डर इस जमीन की न तो बिक्री कर...

बिल्डर की सौ एकड़ जमीन जब्त होगी
हिन्दुस्तान टीम,गुड़गांवTue, 11 Sep 2018 11:33 PM
ऐप पर पढ़ें

गुरुग्राम | वरिष्ठ संवाददाता

ग्रीनो पोलिस प्रोजेक्ट को पूरा कराने के लिए हरेरा गुरुग्राम ओरिस और थ्री सी बिल्डर की सौ एकड़ जमीन को सीज करेगा। यह फैसला हरेरा बोर्ड ने मंगलवार को लिया।

ऐसा होने पर बिल्डर इस जमीन की न तो बिक्री कर सकेगा और न ही कोई यहां निर्माण कार्य शुरू कर सकेगा। हरेरा ने पहले ही सेक्टर-89 में अधूरे पड़े ग्रीनोपोलिस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए खुद निगरानी करने का फैसला किया था। यह जानकारी हरेरा गुरुग्राम के चेयरमैन डॉ. केके खंडेलवाल ने दी। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम के सेक्टर-89 में ग्रीनोपोलिस नामक प्रोजेक्ट में 1862 लोगों को फ्लैट आवंटित किए गए हैं और ये अलॉटी फ्लैट की 80 प्रतिशत से ज्यादा कीमत अदा कर चुके हैं। फलैटों का निर्माण कार्य अभी तक महज 40 से 50 प्रतिशत ही हुआ है। इस प्रोजेक्ट के लिए ओरिस इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा 2011 में लाइसेंस लिया गया था। अलाटियों को इस प्रोजेक्ट में दिसंबर-2015 में पजेशन दिया जाना था, लेकिन अब तक यह संभव नहीं हो पाया है। उल्लेखनीय है कि ओरिस इंफ्रास्ट्रक्चर ने लाइसेंस प्राप्त करने के उपरांत थ्री सी शेल्टर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि. के साथ समझौता करके निर्माण की जिम्मेदारी उसे सौंप दी। आरोप है कि ओरिस इंफ्रास्ट्रक्चर ने फ्लैटों की बुकिंग से 300 करोड़ तथा थ्री सी इंफ्रास्ट्रक्चर ने 800 करोड़ रुपये की राशि इक्कट्ठा कर ली, परंतु पैसा प्रोजेक्ट में नहीं लगाया।

पहले ही सीज हो चुके हैं बैंक खाते

डॉ. खंडेलवाल के मुताबिक अलाटियों की समस्या को देखते हुए ओरिस इंफ्रास्ट्रक्चर तथा थ्री सी शेल्टर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटिड के सभी बैंक खाते पहले ही सीज कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब हरेरा की देख-रेख में इस प्रोजेक्ट को पूरा करवाया जाएगा। हरेरा एक्ट की धारा-35 के अंतर्गत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए हरेरा ने प्रोफेसर एमएस तुरान को इस प्रोजेक्ट का कमिश्नर इंवेस्टिगेशन नियुक्त किया है। वह जांच करके 10 दिन में सही तथ्य हरेरा के समक्ष रखेंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें