Gurugram Residents Troubled by Stray Animals Causing Traffic Issues लावारिस पशुओं के मुद्दे पर प्रत्याशियों को घेरेंगे मतदाता, Gurgaon Hindi News - Hindustan
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लावारिस पशुओं के मुद्दे पर प्रत्याशियों को घेरेंगे मतदाता

गुरुग्राम में लावारिस पशुओं के कारण लोग परेशान हैं। सड़कों पर घूम रहे इन पशुओं के कारण ट्रैफिक जाम और हादसे हो रहे हैं। नगर निगम ने इन्हें पकड़ने के लिए एजेंसियों को जिम्मेदारी दी है, लेकिन स्थिति में...

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवWed, 19 Feb 2025 07:31 PM
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लावारिस पशुओं के मुद्दे पर प्रत्याशियों को घेरेंगे मतदाता

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। मिलेनियम सिटी में सड़कों पर घूम रहे लावारिस पशुओं से शहरवासी परेशान हैं। लावारिस पशुओं और शहर के अंदर अवैध रूप से चल रही पशु डेयरियों के कारण सीवर जाम की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। सड़कों पर इन पशुओं के कारण हादसे हो रहे हैं। मतदाता लावारिस पशुओं के मुद्दे को लेकर प्रत्याशियों को घरेंगे। साथ ही इसके समाधान के लिए उनके पास क्या योजनाएं हैं, इसके बारे में जानकारी लेंगे। प्रदेश में गुरुग्राम पहला ऐसा जिला है जहां दो-दो नगर निगम है। जिले में दो नगर निगम होने के बावजूद स्थति सुधर नहीं रही है। गुरुग्राम नगर निगम और मानेसर नगर निगम क्षेत्र में सड़कों पर पशुओं के खुला घूमने के कारण ट्रैफिक जाम लग रहा है। पशुओं के हमले में कई लोग घायल हो चुके हैं। मानेसर और गुरुग्राम नगर निगम में इन पशुओं को पकड़ने की जिम्मेदारी निजी एजेंसियों को सौंप रखी है, लेकिन हर महीने लाखों रुपये का भुगतान होने के बाद भी स्थिति सुधर नहीं रही है।

दो गोशालाओं पर लाखों खर्च, फिर भी नहीं समाधान

गुरुग्राम नगर निगम क्षेत्र में कार्टरपुरी में दो गोशालाएं हैं। इसी तरह मानेसर निगम क्षेत्र में मानेसर की गोशाला है, लेकिन इन गौशालाओं में पशु पकड़कर भेजने के लिए जगह ही नहीं बची है। नगर निगमों ने सिलानी और संगेल गोशालाओं में पशुओं को भेजने की योजना बनाई थी, लेकिन इस पर कोई काम नहीं किया गया। नतीजन, सड़कों पर घुमंतू पशुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। इस कारण लोगों की परेशानियां भी दिन भर दिन बढ़ती जा रही है।

तीन एजेंसी के पास जिम्मेदारी

गुरुग्राम नगर निगम एरिया में पशुओं को पकड़ने की जिम्मेदारी दो और मानेसर निगम क्षेत्र में एक निजी एजेंसी को यह काम सौंपा गया है। एक पशु पकड़ने की एवज में 700 रुपये का भुगतान नगर निगम करता है। सालाना निगम की तरफ से 40 लाख रुपये से अधिक का खर्च इन पर किया जाता है, लेकिन इसके बाद भी समस्याएं जस की तस है।

लोग बोले, एजेंसियों की निगरानी हो

अधिवक्ता बीपी जांगड़ा का कहना है कि सड़कों पर घूमने वाले लावारिस पशुओं के कारण परेशानी हो रही है। नगर निगम को पशुओं को पकड़ने वाली एजेंसियों के कार्य की नियमित मानीटरिंग करनी चाहिए। वहीं, सेक्टर-23 निवासी विक्रम सिंह का कहना है कि नए गुरुग्राम की सड़कें और दिल्ली-जयपुर हाईवे पर भी लावारिस पशु गाड़ियों के सामने आ जाते हैं। इसके कारण हादसे हो रहे हैं।

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