खेलो इंडिया से पदक जीतकर लौटे पांच खिलाड़ियों को किया सम्मानित
सेक्टर-38 के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में खेलो इंडिया गेम्स में पदक जीतकर लौटे विजेता खिलाड़ियों का बुधवार को सम्मानित करने के लिए समारोह आयोजित किया गया। सम्मान पाने वाले खिलाड़ियों में कबड्डी के विपिन...
सेक्टर-38 के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में खेलो इंडिया गेम्स में पदक जीतकर लौटे विजेता खिलाड़ियों को बुधवार को सम्मानित करने के लिए समारोह आयोजित किया गया। सम्मान पाने वाले खिलाड़ियों में कबड्डी के विपिन कुमार अंडर-17 आयु वर्ग में स्वर्ण पदक और विरेंद्र यादव ने भाग लिया था।
इसके अलावा मुक्केबाजी के यशवर्धन अंडर-17 आयु वर्ग में स्वर्ण और रजत, मनीष कुमार रजत व कबीर पंडित कांस्य पदक तथा अंडर-14 आयु वर्ग नेशनल स्कूल गेम्स में रजत पदक जीतने वाले प्रथम चौधरी शामिल हैं। इस अवसर पर ताऊ देवी लाल स्टेडियम के प्रबंधक सुखबीर सिंह ने सभी खिलाड़ियों को फूल माला पहनाकर और उन्हें पदक देकर सम्मानित किया। उन्होंने भविष्य में भी और अधिक पदक जीतने के लिए खिलाड़ियों का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कोच धर्मवीर सिंह व विजय गौड़ को भी इस उपलब्धि के लिए सम्मानित किए।
खेलों में उपयुक्त डाइट का महत्व बताया:
कबड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पाल ने स्टेडियम में सभी खेलों के कुशल प्रबंधन के लिए आभार जताया। साथ ही बॉक्सिंग कराने के लिए शेड बनवाने में योगदान देने के लिए अरुण डागर की भी प्रशंसा की। इस अवसर पर एचएसबीए के मेडिकल कमीशन के चेयरमैन डॉ. गोविंद नारायण ने खिलाड़ियों को खेलों में उपयुक्त डाइट के महत्व को समझाते हुए उनका उत्साह बढ़ाया। उन्होंने महिला मुक्केबाजों को भी पदक जीतने के लिए प्रोत्साहित किया।
गुरुग्राम के मुक्केबाज भिवानी को दे रहे टक्कर:
जिला मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष भाई भीम सिंह ठाकरान ने राष्ट्रीय स्कूल खेलों एवं खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जिले के मुक्केबाजों द्वारा पदक जीतने पर बताया कि गुरुग्राम के मुक्केबाज अब भिवानी के मुक्केबाजों को भी कड़ी चुनौती देने लगे हैं। अभी भिवानी के मुक्केबाज इस तरह के पदक जीता करते थे। उन्होंने सभी उपस्थित मुक्केबाजों का सुनहरा भविष्य बताते हुए भविष्य के लिए भी उन्हें शुभकामनाएं दी।
कम सुविधाओं में जीते पदक:
कोच धर्मबीर ने कहा कि सभी पदक विजेता खिलाड़ियों ने ताऊ देवीलाल स्पोर्ट्स कंप्लेक्स में प्रैक्टिस कर खेलो इंडिया में पदक जीते। इन खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं नहीं मिलती हैं। बावजूद इसके खिलाड़ियों ने पदक जीतकर अपनी काबलियत का पचरम लहराने में कामयाब हुए। इस अवसर पर समाजसेवी कुलदीप शौकीन, राकेश शर्मा, रामनिवास सैनी, कब्बडी कोच प्रवीण कुमार, सुषमा डागर, सुदेश शर्मा आदि उपस्थित रहे ।