चचेरे भाई की पढ़ाई पर खर्च से था नाराज
तिगरा गांव में हुई फायरिंग के मामले में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस को पता चला है कि बदमाश कल्लू अपने पिता से नाराज था और इस वारदात के जरिए उसने अपनी खुंदक निकाली है। उसे आशंका थी कि...
गुरुग्राम। वरिष्ठ संवाददाता
तिगरा गांव में हुई फायरिंग के मामले में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस को पता चला है कि बदमाश कल्लू अपने पिता से नाराज था। इस वारदात के जरिये उसने अपनी खुन्नस निकाली है। पिछले दिनों उसके चाचा तेजपाल के बेटे का मेडिकल में दाखिला हुआ था। इसमें कल्लू के पिता ने फीस की पूरी रकम दी थी।
पुलिस के मुताबिक कल्लू के पिता चार भाई हैं, लेकिन उसके पिता अभी भी अपने भाइयों के साथ रहते हैं। पिछले दिनों उसके चाचा तेजपाल के बेटे का मेडिकल में दाखिला हुआ था। इसमें कल्लू के पिता ने फीस की पूरी रकम दी थी। इस बात को लेकर कल्लू, उसकी मां रामवती, भाई राहुल और उसकी दोनों बहनें सिमी और नीतू काफी नाराज थे। रामवती कई बार अपने पति और देवर तेजपाल को धमकी तक दे चुकी थी। बावजूद इसके रुख में बदलाव नहीं आने पर कल्लू ने तेजपाल को खत्म करने का फैसला किया था। शुक्रवार को गोली मारी गई थी। जान तो बच गई लेकिन अभी भी अस्पताल में भर्ती है।
संपत्ति का है विवाद
पुलिस के मुताबिक कल्लू के परिजन कभी तिगरा गांव के जमींदार हुआ करते थे। शहर के विकास के लिए हुए जमीन अधिग्रहण में उन्हें 50 करोड़ से अधिक का मुआवजा मिला था। इस पैसे से इन्होंने पलवल में 40 किला से अधिक जमीन खरीद ली थी। यह जमीन अभी भी चारों भाइयों के नाम है। चूंकि कल्लू के पिता अपने भाइयों के साथ रहते थे। ऐसे में कल्लू और उसकी मां को हमेशा डर बना रहता था कि कहीं वह अपनी जायदाद भी अपने भाइयों के नाम न कर दें।
बिंदर गुर्जर का शार्गिद है आरोपी
पुलिस के मुताबिक बदमाश कल्लू गैंगस्टर बिंदर गुर्जर का शार्गिद है। उसी के इशारे पर हत्या या हत्या के प्रयास संबंधी वारदातों को अंजाम देता है। बिंदर के ही कहने पर इसने डेढ़ वर्ष पूर्व सेक्टर पांच में राजू शेठी हत्याकांड को अंजाम दिया था। इसके अलावा इसने सेक्टर 56 में भी एक हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।