मौसम बदलने से बिजली की खपत 50 लाख यूनिट तक घटी
मौसम में आए अचानक बदलाव से एक ओर जहां ठंडक महसूस होने लगी है, वहीं
मौसम में आए अचानक बदलाव से एक ओर जहां ठंडक महसूस होने लगी है, वहीं इसका असर बिजली की दैनिक खपत पर भी दिखने लगा है। जिले में बिजली की मांग बीते 20 दिनों में लगातार कम हुई है। इस दौरान बिजली की खपत में 50 लाख यूनिट तक की कमी दर्ज की गई है। प्रतिदिन औसतन जिले में अब दो करोड़ 20 लाख यूनिट के आस-पास बिजली खर्च हो रही है। जबकि एक अक्तूबर तक जिले में प्रतिदिन औसतन दो करोड़ 68 लाख यूनिट के आस-पास बिजली की खपत हो रही थी। अक्तूबर की शुरूआत से ही सुबह और शाम के समय में ठंडक रहना शुरू हो गई थी। ऐसे में लोगों ने ऐसी और कूलर का उपयोग करना अब बेहद कम दिया है। जिस मुकाबले वह इनका अगस्त व सितंबर में इस्तेमाल कर रहे थे। यहीं कारण है कि सितंबर में जो बिजली दैनिक तौर पर तीन करोड़ यूनिट खर्च हो रही थी, वह अब घटकर दो करोड़ 20 लाख यूनिट के आस-पास आ गई है। अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित ज्यादातर लोग अब रात में केवल पंखे में ही सोना पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि मिलेनियम सिटी में लॉकडाउन में बंद हुए बड़ी संख्या में कार्यालय अभी तक भी नहीं खुले हैं। उन कार्यालयों के कर्मचारी अभी भी घरों से ही काम कर रहे हैं। जो कार्यालय खुले हैं, वहां भी कर्मचारियों की संख्या कम है। ऐसे में कम उपकरणों का ही इस्तेमाल हो रहा है। यह भी एक कारण बिजली खपत में आई कमी के पीछे माना जा रहा है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि उनके पास पर्याप्त बिजली है। जो उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए काफी है।
नए गुरुग्राम में बिजली खपत ज्यादा
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के अधिकारियों के अनुसार बिजली की ज्यादा खपत सर्कल-2 के आधीन आने वाले नए गुरुग्राम के इलाकों में है। पुराने गुरुग्राम के मुकाबले नए गुरुग्राम में ज्यादा बिजली खर्च होती है। बिजली निगम के आंकड़ों के अनुसार सर्कल-2 में प्रतिदिन औसतन इन दिनों एक करोड़ 16 हजार यूनिट के आस-पास बिजली की खपत हो रही है, जो एक अक्तूबर तक एक करोड़ 50 लाख यूनिट के करीब थी। वहीं सर्कल-1 के आधीन आने वाले पुराने गुरुग्राम के इलाकों में इन दिनों रोजाना एक करोड़ पांच लाख यूनिट के आस-पास बिजली की खपत हो रही है। जो 20 दिन पहले तक प्रतिदिन औसतन एक करोड़ 15 लाख यूनिट के करीब खपत हो रही थी।
मरम्मत कार्य के लिए तैयारी शुरू:
सर्दियों की शुरूआत के साथ ही बिजली निगम ने अब वार्षिक मरम्मत का कार्य शुरू करने की भी तैयारी कर ली है। गर्मियों में जिले में बिजली की निर्बाध आपूर्ति के उद्देश्य से यह रखरखाव कार्य किया जाता है। इस दौरान पुराने उपकरणों की मरम्मत सहित लोड अनुसार नए उपकरण भी लगाए जाते हैँ। अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए प्लान तैयार कर लिया है। रखरखाव का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।
मौसम में बदलाव के कारण ही बीते कुछ दिनों में बिजली की खपत में कमी दर्ज हुई है। हालांकि विभाग के पास बिजली की कोई कमी नहीं है। उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत के अनुसार बिजली की सप्लाई की जाती है।
-जोगिंद्र हुड्डा, अधीक्षक अभियंता, डीएचबीवीएन सर्कल-2
दिन खतप(यूनिट)
15 अक्तूबर 24578000
16 अक्तूबर 23206000
17 अक्तूबर 21673000
18 अक्तूबर 19445000
19 अक्तूबर 20417000
20 अक्तूबर 22120000
21 अक्तूबर 21958000