प्रदूषण के खिलाफ एकजुट हुए शहरवासी
प्रदूषण के खिलाफ गुरुवार को एकजुट होकर शहरवासियों ने इससे निपटने की रूपरेखा बनायी। जिसमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने, प्रदूषण को लेकर जागरूक करने और पौधरोपण-वन संरक्षण आदि पर एकमत सहमति...
प्रदूषण के खिलाफ गुरुवार को एकजुट होकर शहरवासियों ने इससे निपटने की रूपरेखा बनायी। जिसमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने, प्रदूषण को लेकर जागरूक करने और पौधरोपण-वन संरक्षण आदि पर एकमत सहमति बनी।
डीएलएफ-4 स्थित क्लब में गुरुग्राम फर्स्ट की ओर से प्रदूषण पर सेमीनार का आयोजन किया गया। जिसमें एनजीओ, पर्यावरणविद, डॉक्टर, आरडब्ल्यूए, शहरी विकास अधिकारी, एचएसपीसीबी, नगर योजनाकार समेत करीब 150 से अधिक प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसमें बताया कि हर साल सर्दियों में प्रदूषण स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है। साल दर साल प्रदूषण के हालात खराब होते जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में पीएम 2.5 330 से ऊपर जाकर अत्यधिक खतरनाक की श्रेणी में शामिल हो गया है। जिससे अस्थमा, एलर्जी सहित अन्य रेस्पीरेटरी बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं।
डीजल से चलने वाले वाहनों पर तत्काल रोक लगनी चाहिए:
इसके अलावा शहर के प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी के कारणों पर चर्चा हुई। जिसमें कहा गया कि वाहनों के प्रदूषण स्तर जांच केंद्र सही रिपोर्ट नहीं देते हैं। बिना जांच किए ही रिपोर्ट तैयार कर दी जाती है। जिम्मेदार नागरिक होने के नाते वाहन से हो रहे प्रदूषण की सही जांच कराएं। इसके अलावा शहर में डीजल से चलने वाले वाहनों पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। इसमें नगारो के सीइओ डॉ. मानस फूलोरिया ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए पूरे साल भर लगातार कोशिश करने की जरूरत है। केवल सर्दियों में नहीं जब प्रदूषण स्तर पीक पर होता है। इसके अलावा उन्होंने साइकिल ट्रैक का मुद्दा उठाया और कहा कि उनके लिए भी सड़कों पर बराबर की जगह होनी चाहिए ताकि साइकिलिंग को बढ़ावा मिल सके।
डब्ल्यूआरआई के प्रमुख अमित भाट ने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने की जरूरत है। इस अवसर पर राहगीरी की संस्थापक सदस्य सारिका पांडा, अनुमिता रॉय, राजीव बंगा, प्रकाश तिवारी, चेतन अग्रवाल, डॉ. विवेक, नीला कौशिक, सुधीर सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए ये सुझाव दिए
-घरों में इंडोर प्लांट लगाने चाहिए,
-कूड़े को जलने से रोकने
-पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर करने
-पौधारोपण और वन संरक्षण