ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCR गुरुग्रामविदेश से मेडल जीतकर लौटे मुक्केबाजों का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत

विदेश से मेडल जीतकर लौटे मुक्केबाजों का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत

फिलीपींस एसियन टायटल चैंपियनशिप में मेडल जीतकर लौटे तीन मुक्केबाजों का शुक्रवार सुबह 8 बजे एयरपोर्ट पर ही फूलमालाओं से स्वागत किया गया है। तीन मुक्केबाजों में दो मुक्केबाज पहली बार इस चैंपियनशिप में...

विदेश से मेडल जीतकर लौटे मुक्केबाजों का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत
हिन्दुस्तान टीम,गुड़गांवFri, 19 Jan 2018 06:42 PM
ऐप पर पढ़ें

फिलीपींस एसियन टाइटल चैंपियनशिप में मेडल जीतकर लौटे तीन मुक्केबाजों का शुक्रवार को एयरपोर्ट पर फूलमालाओं से स्वागत किया गया। तीन में दो मुक्केबाजों ने पहली बार इस चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। इस जीत से खिलाड़ियों के परिजनों में खुशी के महौल है।

गुरुग्राम के डीएलएफ फेज 3 स्थित आईओएस में पिछले कई सालों से फरीदाबाद निवासी 23 वर्षीय सागर नरपत और 22 वर्षीय सचिन और नोएडा निवासी 19 वर्षीय फतेह सिंह मुक्केबाजी के प्रशिक्षण ले रहे हैं। कोच रोशन ने बताया कि मेहनत का फल इन खिलाड़ियों को मिला है। फिलीपींस में 15 जनवरी को हुई प्रतियोगिता में इन खिलाड़ियों ने जीत दर्ज कर देश का नाम रोशन किया। यह प्रतयोगिता तीन दिन तक 17 जनवरी तक चली। लेकिन दुख की बात है कि ऐसे खिलाड़ियों को सरकार की ओर से सुविधाएं नहीं मिलती है। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर पहुंचे तीन खिलाड़यों का सुबह आठ बजे भव्य स्वागत किया गया। परिजनों के साथ आसपास पड़ोस के लिए पहुंचे थे।

दो खिलाड़ी पहली बार गए थे विदेश खेलने

कोच ने कहा कि सचिन और फतेह सिंह पहली बार विदेश में खेलने गए थे। मुक्केबाज सचिन ने फिलीपींस के मुक्केबाज रोल्डन को 4-0 से हराया। वहीं और सागर ने मुक्केबाज रेयान माना को पराजित करके मेडल अपने नाम किया।

सात बार जीतने वाले फिल लुबर्ट को हराया

कोच रोशन ने बताया कि मुक्केबाज फतेह सिंह ने चैंपियनशिप में लगातार सात बार जीतने वाले फिल लुबर्ट को हराकर पदक जीता है। तीन राउंड नॉकआउट रहा। तीनों खिलाड़ी जीतने के लिए पसीना बहाया। इस जीत जिले से लेकर प्रदेश व देश का नाम रोशन हुआ है।

परिजनों को जीत का श्रेय

कोच ने कहा कि जीत का श्रेय इन खिलाड़ियों के परिजनों को जाता है, क्योंकि फतेह सिंह के पिता इस दुनिया में नहीं है। लेकिन पिता के नहीं होने के बाद उसने अपना मनोबल बनाए रखा। फतेह सिंह के भाई ने पिता की कमी महसूस नहीं होने दी और पूरी जिम्मेदारी को निभाया है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें